न्यूज चैनल के माध्यम से प्राप्त सूचना के माध्यम से मु.व.सं. वन वृत्त सागर, वनमंडल अधिकारी उत्तर सागर और वनमंडल अधिकारी दक्षिण सागर के निर्देशन में संयुक्त टीम गठित कर राठौर बंगला पूर्व बंडा विधायक हरवंश सिंह राठौर के बंगला परिसर में मगरमच्छ होने की सूचना अखबार व न्यूज चौनल के माध्यम से प्राप्त हुई जिसकी जांच हेतु दल गठित कर कार्यवाही की गई। जांच तलाशी दौरान परिसर में बने बावड़ी/हौज में 04 मगरमच्छ जीवित अवस्था में मिले। जिसमें से दिनांक 10.01.2025 में 02 मगरमच्छ की जप्ती कर रेस्क्यू किया गया। अंधेरा हो जाने व बावड़ी में पानी अधिक होने के कारण बाकी 02 मगरमच्छ का रेस्क्यू नही किया जा सका बाकी 02 मगरमच्छ की जप्ती कर रेस्क्यू की कार्यवाही दिनांक 11.01.2025 में की गई।चारों मगरमच्छ की जब्ती व रेस्क्यू की कार्यवाही में उत्तर वन मंडल सागर, दक्षिण वन मंडल सागर, वीरांगना रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व का रेस्क्यू दल, सी.सी.एफ. उड़नदस्ता दल सम्मिलित रहा। जप्त मगरमच्छ का रेस्क्यू कर पशु चिकित्सा अधिकारी की देखरेख में जप्ती रेस्क्यू की कार्यवाही की गई उनके द्वारा जप्त मगरमच्छों की जांच की गई पूर्ण रूप से स्वस्थ होने पर चारों मगरमच्छों को बामनेर नदी, कुठला नाला हरे तालाब में पूरी टीम की उपस्थिति में छोड़ा गया। बंगला परिसर में जप्ती दौरान उपस्थित लोगों के कथन लिये गये एवं संबंधित डॉक्यूमेंट्स लिये गये। जिसमें मंदिर के पुजारी श्री भूपेन्द्र तिवारी पिता श्री नंदकिशोर तिवारी द्वारा अपने कथन में स्वीकार किया है कि मगरमच्छ की देखरेख मेरे द्वारा की जा रही है। राठौर बंगला परिसर में संयुक्त दल द्वारा घूम फिर कर निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान वहां पर अन्य किसी भी प्रकार के कोई भी वन्यजीव पशु पक्षी नही पाये गये। जिस वास्तें मौका पंचनामा कार्यवाही की गई। अतः प्राप्त दस्तावेजों एवं कथनों के आधार पर वन्य प्राणी (संरक्षण) अधिनियम 1972 की सुसंगत धाराओं के अंतर्गत प्रकरण पंजीबद्ध कर अग्रिम कार्यवाही की जा रही है।