श्रद्धांजलि – रजतपट की संपूर्ण मां थी सुलोचना लटकर

आजादी के बाद हिन्दी सिनेमा ने देश को एक से बढ़कर अभिनेत्रियां दी‘, सुलोचना लाटकर भी इनमें से एक थीं। वे सिनेमा जगत की पूजनीय

विश्वविद्यालय: ईएमआरसी द्वारा निर्मित डॉक्युमेंट्री को दादा साहेब फाल्के अवार्ड

विश्वविद्यालय: ईएमआरसी द्वारा निर्मित ‘तम्बूरा तान ले बंदे’ डॉक्युमेंट्री को 13वें दादा साहेब फाल्के फिल्म फेस्टिवल में सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का अवार्ड वृत्त चित्र के निर्माता-निर्देशक

तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री में नवाजुद्दीन सिद्दीकी की एंट्री

बॉलीवुड में अपनी अदाकारी का लोहा मनवाने के बाद अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी फिल्म ‘सैंधव’ से तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री में डेब्यू करने जा रहे हैं। इसी

स्मृति शेष:असली स्वर कोकिला थी तबस्सुम

उपमाएं देने में गलतियां भी होती हैं और पक्षपात भी, किन्तु इससे हकीकत नहीं बदलती। संगीत की दुनिया में स्वर कोकिला स्वर्गीय लता मंगेशकर हैं,