मध्यप्रदेश राजनीतिनामा : दिल्ली दखल ने बढ़ाई रफ्तार

मध्यप्रदेश राजनीतिनामा : दिल्ली दखल ने बढ़ाई रफ्तार

भोपाल। वैसे तो प्रदेश के दोनों ही प्रमुख दल भाजपा और कांग्रेस विधानसभा चुनाव 2023 की तैयारियों में जुटे हुए हैं लेकिन दोनों ही दलों के राष्ट्रीय नेतृत्व में जिस तरह से मध्य प्रदेश पर फोकस बनाया हुआ है उससे अब चुनावी तैयारियों की रफ्तार बढ़ गई है दोनों ही दलों में महत्वपूर्ण चुनावी समितियों की घोषणा एक-दो दिन में होने वाली है भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जहां 26 जुलाई को राजधानी भोपाल पहुंच रहे हैं वही कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे का भी बुंदेलखंड दौरा प्रस्तावित है दरअसल जहां कई बार बड़ी-बड़ी घटनाओं पर भी दिल्ली के कान में जूं भी नहीं रेगता था वही अब छोटी-छोटी घटनाओं पर ट्वीट हो रहे हैं बयान जारी किए जा रहे हैं और फटाफट दौरे भी होने लगे हैं देश का हृदय स्थल कहा जाना वाला मध्य प्रदेश इस समय राजनीतिक दलों के लिए अखाड़े का मैदान बन गया है अपने अपने कारणों से दोनों ही प्रमुख दल हर हाल में मध्यप्रदेश में सरकार बनाना चाहते हैं इस कारण दोनों ही दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है एक तरफ जहां बूथ मजबूत किए जा रहे हैं वही प्रदेश स्तर पर बनने वाली विभिन्न चुनाव समितियों में दमखम वाले नेताओं को रखा जा रहा है।

बहरहाल केंद्रीय गृहमंत्री और पार्टी के सबसे बड़े रणनीतिकार अमित शाह एवं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा 26 जुलाई को राजधानी भोपाल पहुंच रहे हैं इस दौरान उज्जैन भी जा सकते हैं लेकिन राजधानी भोपाल में पार्टी के चुनाव अभियान को गति देने और विभिन्न समितियों को हरी झंडी देने के लिए शाह का यह द्वारा महत्वपूर्ण माना जा रहा है जिसमें वे छत्तीसगढ़ की तरह ही क्लस्टर में बैठकर रणनीति बताएंगे और गुटबाजी पर सख्ती भी दिखा सकते हैं इसके लिए शाह ने प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से ऐसे लोगों की लिस्ट मांगी है जो परस्पर एक दूसरे के विरोधी है जिनकी आपस में बनती नहीं है और ऐसी भी एक सूची मांगी है कि ऐसे नेता प्रभावी नेता की बात मानेंगे माना जा रहा है अब जो भी नेता गुटबाजी करेगा उसको अंतिम चेतावनी दी जाएगी और इसके बाद पार्टी सीधे एक्शन भी ले सकती है पिछले दिनों जब शाह भोपाल आए थे तब उन्होंने चुनावी तैयारियों को गति देने और विभिन्न समितियों के गठन की बात कही थी जिसमें पार्टी ने पूरी तैयारी कर ली है प्रदेश प्रभारी भूपेंद्र यादव सह प्रभारी अश्वनी वैष्णव और चुनाव समिति के संयोजक नरेंद्र तोमर ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा के साथ बैठके करके इन सब तैयारियों को अंतिम रूप दिया है पार्टी सभी 230 विधानसभा क्षेत्रों में प्रत्येक विधानसभा स्तर पर शरद सम्मेलन करने जा रही है जिससे कार्यकर्ताओं में उत्साह का वातावरण संचार हो सके इन सम्मेलनों के माध्यम से पार्टी केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियों को एक बार फिर से बताएगी और कार्यकर्ताओं से कहा जाएगा कि इन इन उपलब्धियों को लेकर जनता के बीच जाएं जिससे पार्टी के पक्ष में सकारात्मक माहौल बन सके पार्टी ने विभिन्न समितियों में क्षमता और दक्षता वाले नेताओं को मौका दिया है जैसे आक्रामक चुनाव अभियान चलाए जा सके मसलन जिस तरह से पूर्व मीडिया प्रभारी डॉ हितेश बाजपेई ने सोशल मीडिया पर टिप्पणियों और वीडियो के माध्यम से कांग्रेस पर हमला किया है सोशल मीडिया समूह में उनकी वापसी हुई है वहीं दूसरी ओर प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ग्वालियर में कांग्रेश की ओर से प्रियंका गांधी की सभा हो चुकी है और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे का 13 अगस्त को सागर का दौरा प्रस्तावित है लेकिन 12 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सागर आ रहे हैं जहां वे संत रविदास मंदिर का भूमि पूजन करेंगे इस कारण पार्टी के रणनीतिकारों का मानना है कि मोदी के तुरंत बाद खरगे का दौरा ना कराया जाए बल्कि कुछ अंतराल के बाद यह दौरा हो इस कारण 13 अगस्त का दौरा कुछ दिन के लिए टल भी सकता हैI

फिलहाल छतरपुर जिले के महाराजपुर थाना क्षेत्र के पिपरा गांव में एक व्यक्ति को मानव मन फेंक देने के मामले में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रदेश सरकार से आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग की है उन्होंने इस संबंध में ट्वीट किया है कि मध्य प्रदेश में 1 महीने में दलित आदिवासी अत्याचार की दूसरी बेहद निंदनीय एवं पीड़ादायक वारदात हुई है जो मानवता को शर्मसार करने वाली है पार्टी एक तरफ जहां राष्ट्रीय नेताओं के दौरे तय कर रही है वही हारी ही सीटों पर उम्मीदवार फाइनल करने के लिए भी बेताब दिखाई दे रही है इसके लिए एक साथ दो-दो सर्वे कराए जा रहे हैं लगातार फीडबैक लिया जा रहा है और अगस्त तक अधिकतम सैंपल वाला सर्वे आ जाएगा और उसके बाद पार्टी की रणनीति है कि उन 66 सीटों पर उम्मीदवार तय कर दें जहां भाजपा लगातार 4 या उससे अधिक बार से चुनाव जीत रही है जिस तरह से राहुल गांधी प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे प्रदेश की चुनाव अभियान पर नजर लगाए हुए हैं उसको देखते हुए प्रदेश के नेता भी सक्रिय हो गए हैं और माना जा रहा है कि आजकल में 20 सदस्यी चुनाव समिति की भी घोषणा हो जाए जिसमें सभी दिग्गज नेताओं को शामिल किया जा रहा हैIकुल मिलाकर दिल्ली के दखल के बाद प्रदेश के दोनों ही प्रमुख दल भाजपा और कांग्रेस ने अपनी चुनावी तैयारियां तेज कर दी हैं दोनों ही दलों की पूरी चुनावी टीम जल्द ही सबके सामने होंगी और पूरे चुनाव अभियान की मॉनिटरिंग दिल्ली की टीम करती रहेगी यही कारण है मध्य प्रदेश के चुनावी इतिहास में इस बार के विधानसभा चुनाव भारी कशमाकश वाले होंगे जिसमें जहां एक 1 सीट को जीतने कीरणनीति पर काम होगा वही एक एक मतदाता को अपनी ओर करने का प्रयास होगा।

देवदत्त दुबे जी ,वरिष्ठ पत्रकार एवं राजनैतिक विश्लेषक 

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