सागर महापौर की मनमानी पर संगठन खफा कारण बताओ नोटिस जारी – भाजपा अध्यक्ष श्याम तिवारी ने की थी शिकायत
मोहन यादव सराकर बनने के बाद सागर भाजपा संगठन में चल रही खीचतान लगातार जारी है कई मौको पर प्रदेश स्तर पर हस्तक्षेप के बाद अब एक नये प्रकरण में प्रदेश भाजपा ने कड़ा रूख अपनाते हुए सागर महापौर संगीता सुशील तिवारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है और यह कार्यवाही सागर भाजपा अध्यक्ष श्याम तिवारी की शिकायत के बाद जारी किया गया है। दरअसल
महापौर संगीता सुशील तिवारी ने बीती 18 अप्रैल को एमआईसी में बदलाव किया था। उन्होंने लक्ष्मीपुरा से पार्षद आशा रानी जैन को परिषद से बाहर करते हुए परकोटा के भाजपा पार्षद शैलेंद्र ठाकुर को एमआईसी में स्थान दिया था। संगठन ने महापौर तिवारी के इस निर्णय को अनुशासनहीनता माना है। उन्हें इस मामले में आज शनिवार को कारण बताओ नोटिस जारी गया है। भाजपा जिलाध्यक्ष श्याम तिवारी ने शिकायती लहजे में 24 अप्रैल को एक पत्र लिखा था लिखा था जिसमें भाजपा अध्यक्ष श्याम तिवारी ने महापौर के इस निर्णय और कुछ पुराने मामलों की शिकायत की है और मनमानी के आरोप लगाया है। यह नोटिस विधायक एवं प्रदेश महामंत्री सह. कार्यालय प्रभारी भगवानदास सबनानी ने जारी किया है।

प्रदेश महामंत्री का कहना है कि आपके ; महापौरद्ध द्वारा नगर निगम सागर में महापौर परिषद के सदस्यों का परिवर्तन पार्टी प्रदेश नेतृत्व के बगैर अनुमति के किया गया है। प्रदेश नेतृत्व द्वारा आपको आज दिनांक 26 अप्रैल 2025 को प्रदेश कार्यालय बुलाया गया था। आपके द्वारा महापौर परिषद का पुनर्गठन बिना प्रदेश नेतृत्व की अनुमति के करना अनुशासनहीनता के दायरे में आता हैए साथ ही प्रदेश नेतृत्व द्वारा बुलाये जाने पर आपका उपस्थित न होना भी अनुशासनहीनता के दायरे में आता है। अतः पत्र प्राप्ति के तीन दिवस के अंदर स्वयं उपस्थित होकर माननीय प्रदेश अध्यक्ष जी के समक्ष स्पष्टीकरण देवें किए क्यों न आपके विरुद्ध अनुशासनहीनता की कार्यवाही की जावे।
प्रदेश संगठन के इस निर्णय पर महापौर तिवारी का कहना है कि यह विषय हमारे भाजपा परिवार और संगठन का विषय है। इस विषय में मुझे जो भी कहना है। अपनी पार्टी परिवार के समक्ष ही रखूंगी।
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