किसान आन्दोलन.फसल क्षतिपूर्ति राहत राशि एवं खाद—बीज की मांग को लेकर क्षेत्रीय विधायक हर्ष यादव के नेतृत्व में विशाल किसान आन्दोलन देवरी तहसील के किसानों के द्वारा क्षेत्रीय विधायक हर्ष यादव के नेतृत्व में विशाल किसान आन्दोलन का आयोजन किया गया, किसान आन्दोलन का शुभारंभ विधायक कार्यालय से किया गया जिसमें क्षेत्र के किसानों द्वारा रैली निकाली गई जो मुख्य मार्गो से होते हुए एसडीएम कार्यालय पहुंची, जहॉ पर एकत्रित किसानों ने 5 सूत्रीय ज्ञापन राज्यपाल के नाम अनुविभागीय अधिकारी राजस्व देवरी को सौपा। क्षेत्र के आक्रोशित किसानों द्वारा क्षेत्रीय विधायक हर्ष यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी कर, समय—सीमा में किसानों को मुआवजा राशि उपलब्ध कराने की बात कही।
किसान आन्दोलन को संबोधित करते हुए क्षेत्रीय विधायक हर्ष यादव ने कहा कि क्षेत्र के किसान भाइयों के साथ प्रदेश सरकार सौतेला व्यवहार कर रही है, जिले के तीनों मंत्री अपनी प्रदेश सरकार का खजाना खुद की लूटने का काम कर रहे है, साथ ही उन्होने कहॉ के मौसम विभाग के रिपार्ट अनुसार जिले में सर्वाधिक वारिश केसली व देवरी में हुई है, साथ ही किसानों की फसलें अतिवृष्टि के कारण नष्ट हो चुकी है, किन्तु स्थानीय स्तर के अधिकारी/कर्मचारियों द्वारा सर्वे रिपार्ट गलत तैयार की गई, जिससें क्षेत्र का किसान मुआवजा राशि से वंचित रहा। यदि पुन: सर्वे कराते हुए किसानों को मुआवजा राशि उपलब्ध नहीं कराई गई तो शीघ्र ही ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व में आमरण अनशन किया जाएगा। विधायक हर्ष यादव द्वारा सौपे गए ज्ञापन अन्तर्गत उल्लेख है कि सागर जिले अन्तर्गत मौसम विभाग द्वारा जारी आंकडे अनुसार सर्वाधिक वारिष तहसील केसली एवं तृतीय स्थान पर देवरी तहसील क्षेत्र है, जब देवरी विधानसभा क्षेत्र में अतिवृष्टि एवं तेज आॅधी-तूफान होने के आंकडे सामने है तो खरीफ सीजन की फसले जैसे-मक्का, सोयावीन, उडद, मूॅंग, धान सहित उद्यानिकी फसलें पूर्णतः नष्ट होने के बाद भी सर्वे रिपोर्ट में जानबूझकर त्रुटि क्यो की गई। क्षेत्र में अतिवृष्टि से नष्ट हुई फसलों की पुनः सर्वे कराते हुए किसानों को मुआवजा राषि उपलब्ध कराई जाये। देवरी व केसली तहसील के कृषकों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनांतर्गत प्रीमियम जमा कर फसल बीमा कराया गया था। फसल बीमा की शर्तानुसार फसल नष्ट होने पर बीमा का लाभ दिये जाने का उल्लेख है।
अतिवृष्टि में नष्ट हुई फसलों की फसल क्षतिपूर्ति राषि(बीमा राषि) किसानों को उपलब्ध कराई जाए। क्षेत्र का कृषक रवि सीजन की बोयनी हेतु खाद-बीज के लिए वितरण केन्द्र के चक्कर काटने पड रहे है, किन्तु उन्हें खाद की उपलब्धता नहीं हो पा रहा है, जबकि सागर जिले सहित क्षेत्र में खाद की कालाबजारी जमकर की जा रही है। कृषकों को डबल लाॅक के साथ-साथ सभी सेवा सहकारी समितियों के माध्यम से भी रासायनिक खाद(यूरिया/डीएपी) व बीज उपलब्ध कराया जाए, ताकि समय पर बोयनी की जा सके। क्षेत्रवासी अधिकतर कृषि पर निर्भर है, लगातार प्राकृतिक आपदा एवं फसल का उचित मूल्य प्राप्त ना होने से परेषान विद्युत उपभोक्ताओं से जबरिया बसूली के नाम पर विद्युत कटौती की जा रही है। विद्युत ट्रांसफार्मर बदलने व विद्युत लाइन मरम्मत के नाम पर बेहद भ्रष्टाचार किया जा रहा है। क्षेत्र में की जा रही विद्युत कटौती को त्वरित रोका जाए एवं रवि सीजन को ध्यान में रखते हुए, सभी पम्प लाईन व ट्रांसफार्मर चालू कराने का कार्य किया जाए। क्षेत्र में सार्वजनिक खाद्यान वितरण प्रणाली अन्तर्गत विक्रेताओं द्वारा बेहद भ्रष्टाचार व अनियमितताएं की जा रही है, विक्रेता द्वारा हितग्राहियों को खाद्यान उपलब्ध कराने के बाद प्रदाय की जाने वाली पर्ची उपलब्ध नहीं कराई जाती है, जिसमें हितग्राहियों को जानकारी नहीं होती है कि उन्हें कितना राषन, किस माह का दिया गया है, अधिकतर दुकान संचालकों द्वारा दो से चार माह तक का राषन उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। दुकान संचालकों की मनमानी के कारण हितग्राहियों को निःषुल्क प्रदाय किए जाने वाला राषन भी उपलब्ध नहीं किया जा रहा है, क्षेत्र में संचालित सभी दुकानों की जाॅच कराते हुए, आवष्यक कार्यवाही की जाए।
संवाददाता देवरीकला