हमारा इतिहास : मुख्यमंत्री के तीन सलाहकार

बारहवीं विधानसभा में तेरह सालों के बाद जब भाजपा सत्ताधारी दल के रूप में आई तब विधानसभा में जमुना देवी को प्रोटेम स्पीकर बनाया गया।

हमारा इतिहास : मुख्यमंत्री उमा भारती

मुख्यमंत्री उमा भारती चुनाव परिणाम के तत्काल बाद उमा भारती निवृत्तमान मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से मिलने “सीएम हाउस” पहुँचीं। वहां वे आधे घंटे रहीं और

हमारा इतिहास : दिग्विजय ने ढूँढा नया आवास

परिणाम वाले दिन दिग्विजय सिंह ने पत्रकारों को जवाहर भवन स्थित प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में भोज दिया। परिणामों का रूझान देखते ही वे उसी दिन

हमारा इतिहास : सच साबित हुआ “द वीक” पत्रिका का चुनावी सर्वे

विधानसभा चुनाव से पहले साप्ताहिक पत्रिका ” द वीक”, जिसमें मैं जनवरी 1998 से प्रदेश का संवाददाता हूँ, ने अपने चुनावी सर्वे में “भाजपा के

हमारा इतिहास : आईएएस अधिकारियों ने खिचड़ी खाने से मना किया

आईएएस अधिकारियों ने खिचड़ी खाने से मना किया अक्टूबर 2003 में दशहरे के समय उमा भारती ने प्रदेश के नौकरशाहों के लिए होटल लेकव्यू अशोका

शिवराज को राधोगढ़ में बलि का बकरा बनाने के पीछे का प्लान

टिकिटों को लेकर भाजपा के अंदर इतनी मारा-मारी थी कि आखिरी समय तक उम्मीदवार बदलते रहे। बुरहानपुर से एक मात्र मुस्लिम उम्मीदवार मोईन अंसारी का

हमारा इतिहास : पटवा ने अपने भतीजे को भोजपुर से टिकट दिलाया

इंदौर में भी भंवरसिंह शेखावत को टिकिट न मिलने की खबर ने खासा हंगामा खड़ा किया। चूंकि उमा भारती ने पार्टी के बड़े नेताओं के

हमारा इतिहास : शिवराज ने राघवजी के टिकट का विरोध किया

भाजपा में चुनाव के पहले टिकट वितरण को लेकर खूब खींचतान हुई। कुछ नेता विरोधियों को टिकट नहीं मिलने देना चाहते थे। चुनाव के पहले

हमारा इतिहास : प्रणव मुखर्जी के भाषण के लिए बंगाली श्रोताओं का इंतजाम

चुनावों में भाजपा की तरफ से केन्द्रीय कानून मंत्री अरुण जेटली को मध्यप्रदेश में चुनाव का प्रभारी बनाया गया था। जेटली ने उस साल प्रदेश

हमारा इतिहास : बहुजन समाज पार्टी ने जड़ें जमाई

विजय माल्या की जनता पार्टी भी मैदान में चुनाव में सुब्रमणियम स्वामी की जनता पार्टी भी मैदान में थी। पार्टी के प्रमुख नेता डॉ. विजय