वैसे तो मध्यप्रदेश के राजनीतिक इतिहास में दो दलीय राजनैतिक व्यवस्था देखी गई है। भाजपा और कांग्रेस के बीच सता की अदली- बदली चलती रही है लेकिन इस बार प्रदेश में तीसरा मोर्चा भी अपनी ताकत दिखाने को बेताब है। बसपा, सपा, जयस, ‘आप’ पार्टी के बाद अब भीम आर्मी भी शक्ति प्रदर्शन करने जा रही है। दरअसल, मध्यप्रदेश में कभी भी तीसरे मोर्चे को ऐसा महत्व नहीं मिला है जिसमें वह सत्ता के समीकरणों को साध सकें। प्रयास अनेकों बार हुए यहां तक कि कांग्रेस से और भाजपा से बगावत करके कई नेताओं ने प्रयास किए लेकिन सरकार भाजपा और कांग्रेस की ही बनती रही लेकिन इस बार तीसरे मोर्चे के रूप में छोटे-छोटे दल अपने अस्तित्व का भान कराने के लिए बेताब हो रहे हैं। बसपा और सपा तो कुछ विधायकों के साथ आती-जाती रही है। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने भी एक समय अपना रुतबा दिखया था इस बार इन सबसे कुछ ऐसे दल है जिन्होंने हाल ही में त्रिस्तरीय पंचायती राज और नगरीय निकाय के चुनाव में भी उपस्थिति दर्ज कराई है।
जिसमें ‘आप’ पार्टी सिंगरौली में मेयर जिताकर सबको चौका दिया। अब ‘आप’ पार्टी प्रदेश की सभी 230 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुकी है। पार्टी ने जमीनी स्तर पर जमावट शुरू कर दी है। पार्टी का फोकस शहरी इलाकों में ज्यादा है। इसी तरह जयस भी इस बार आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित सीटों पर जोर लगा रही है। पिछली बार जयस के डॉ. हीरालाल अलावा ने कांग्रेस के साथ समझौता कर लिया था। इस बार जयस के अन्य पदाधिकारी समझौते के मूड में नहीं हैं। 2018 के चुनाव के बाद से ही आदिवासी पर्व पर अपना फोकस बनाए हुए हैं। बहरहाल, चुनावी वर्ष में राजधानी में विभिन्न प्रकार के आंदोलनों का सिलसिला बढ़ गया है। रविवार को राजधानी भोपाल में भीम आर्मी अपनी शक्ति का प्रदर्शन करने जा रही है। प्रशासन ने इस कार्यक्रम के लिए आजाद समाज पार्टी को 20000 लोगों के लिए परमिशन दी है। आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर रावण इस शक्ति के लिए रवाना हो गए हैं। प्रदर्शन में दलित और आदिवासियों को बुला रहे हैं। साथ ही ओबीसी महासभा का समर्थन भी हासिल कर लिया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील असते के अनुसार 12 फरवरी 2023 को भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी के तत्वाधान में होगा। इस सामाजिक न्याय यात्रा में प्रदेश भर से बहुजन समाज के लोगों को आमंत्रित किया गया है। इस कार्यक्रम में आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट चंद्रशेखर आजाद भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रतन से मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। प्रदेश के दूर अंचलों से पैदल भी कार्यकर्ता राजधानी भोपाल कुल मिलाकर 2023 का विधानसभा चुनाव जहां भाजपा और कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बना हुआ है और दोनों ही दल बूथ स्तर पर जमावट करने माहौल को अपने पक्ष में बनाने अब भीम आर्मी भी शक्ति प्रदर्शन दिखाया था इस बार इन सबसे कुछ नए उभरते हालांकि दोनों ही प्रमुख दल भाजपा और कांग्रेस आरक्षण के समर्थन में सामाजिक न्याय यात्रा और बेहतर प्रत्याशियों के चयन में जुटे हुए हैं। वही तीसरे मोर्चे के दल भी अपने अस्तित्व का भान कराने के लिए बेताब हो रहे हैं।
व्यक्तिगत विचार-आलेख-
श्री देवदत्त दुबे जी ,वरिष्ठ पत्रकार एवं राजनैतिक विश्लेषक मध्यप्रदेश ।
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