मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के माननीय अध्यक्ष श्री मनोहर ममतानी ने विगत दिवसों के विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित प्रथम दृष्टया मानव अधिकार उल्लंघन के ”पांच मामलो में ” संज्ञान लेकर संबंधितों से जवाब मांगा है।
सीमेंट क्रेकर मशीन से करंट लगने से युवक की हुई मृत्यु
भोपाल शहर के परवलिया सड़क थाना इलाके में मुबारकपुर के पास इलेक्ट्रिक सीमेंट-कंक्रीट मशीन से काम कर रहे एक युवक की करंट लगने से मृत्यु होने की घटना सामने आई है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं जिला श्रम अधिकारी, भोपाल से मामले की जांच कराकर मृतक के उत्तराधिकारियों को शासन की योजना/श्रम विधि के अंतर्गत आर्थिक मुआवजा राशि दिलवाये जाने के संबंध में की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन एक माह में मांगा है।
नाबालिग जेबकतरों को रस्सी से बांध थाने तक निकाली परेड, भीड़ ने की मारपीट
छतरपुर जिले के हरपालपुर थाना क्षेत्र में पुरानी गल्ला मंडी के पास चोरी करने वाले नाबालिग जेबकतरों के साथ अमानवीय व्यवहार किये जाने का मामला सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार नाबालिग जेबकतरों को रस्सी से बांध कर चोरी करना पाप है कहते हुये नाबालिगों की लोगों ने परेड निकाली। नाबालिग जेबकतरों की परेड़ निकालते समय लोगों ने उनके साथ मारपीट कर अमानवीयता भी की। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने पुलिस अधीक्षक, छतरपुर से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।
घर के बाहर खड़ी पीड़िता पर आरोपी के बेटे ने पेट्रोल डालकर लगा दी आग, हालत गंभीर
खंडवा जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र में एक 18 वर्षीय युवती पर दुष्कर्म का प्रयास करने वाले आरोपी के बेटे द्वारा पीड़ित युवती पर पेट्रोल डालकर आग लगाने की घटना सामने आई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार विगत सात अक्टूबर को पीड़ित युवती के साथ 55 वर्षीय व्यक्ति ने दुष्कर्म का प्रयास किया था। इसके बाद पीड़ित युवती ने कोतवाली थाने में आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। इसी बात को आरोपी और उसके परिवार को नागवार गुजरी और आरोपी के बेटे ने पीड़ित युवती पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। आगे लगने से युवती 30 फीसदी झुलस गई। घटना के बाद युवती को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां युवती की हालत गंभीर बनी हुई है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने पुलिस अधीक्षक, खंडवा से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में प्रतिवेदन मांगा है।
दो घंटो की ओपीडी में कमरों में मिले ताले
ग्वालियर जिले के जेएएच अस्पताल में अस्पताल प्रशासन द्वारा विगत दिवसों में दो दिन लगातार अवकाश पड़ने के कारण तीसने दिन रविवार को दो घंटे की ओपीडी चलाने के आदेश दिये गये थे, लेकिन इसका पालन नहीं होने का मामला सामने आया है। ओपीडी चलाने के बाद भी डॉक्टर के नहीं आने से अस्पताल में अपना ईलाज करवाने आने वाले मरीजों को इलाज नहीं मिल पाया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ओपीडी के कमरों के साथ-साथ दवा काउंटर और जांच लैब तक में ताले डले हुये थे। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कमिश्नर, ग्वालियर संभाग ग्वालियर एवं अधीक्षक, जेएएच, ग्वालियर से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही तथा मरीजों को उचित स्वास्थ्य सुविधा की उपलब्धता को सुनिश्चित कराये जाने के संबंध में की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।
नहर में फिकवाया जा रहा अस्पताल से निकला मेडिकल वेस्ट
मुरैना जिले के जौरा में एक अस्पताल प्रबंधन द्वारा अस्पताल से निकलने वाला मेडिकल वेस्ट कचरा चिन्हित स्थान पर ना फैकते हुये जल संसाधन विभाग की नहर में फेंके जाने का मामला सामने आया है। इस कारण जिले के आम नागरिकों की सेहत से खिलवाड़ किया हो रहा है और उनकी सेहत के लिये नुकसानदायक साबित भी हो सकता है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने सीएमएचओ, मुरैना तथा सीएमओ, नगर पालिका परिषद, जौरा से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन एवं जन सुरक्षा की सुनिश्चित व्यवस्था के संबंध में प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।
⇑ वीडियो समाचारों से जुड़ने के लिए कृपया हमारे चैनल को सबस्क्राईब करें , धन्यवाद।