मनुष्य मूलतः सामंती मानसिकता की संरचना है। इसीलिए उसे हर वक्त हुक्म बजा लाने वाला कोई न कोई फरमावरदार चाहिए। पहले ये भूमिका गरीब, आर्थिक,
Category: दुनिया
नये साल में सिर्फ ‘ मुगालते ‘ पालिए
नये साल की अगवानी के लिए मै कभी कोई तैयारी नहीं करता, लेकिन बाकी दुनिया के लोग ऐसा नहीं करते।नये साल के इस्तकबाल को लेकर
अलविदा फुटबाल के भगवान पेले
भगवान सिर्फ क्रिकेट में ही नहीं होते। भगवान हर खेल में होते हैं। फुटबाल की दुनिया में भी पेले का नाम भगवान की ही तरह
महाबली मौसम का कोप और दुनिया
दुनिया में विश्वगुरु कोई भी हो, महाबली कोई हो लेकिन प्रकृति से ज्यादा महाबली कोई नहीं होता। प्रकृति का कोई भी चेहरा हमेशा खूबसूरत नहीं
नेपालः कुर्सी ही ब्रह्म है
लगभग हजार साल पहले राजा भर्तृहरि ने राजनीति के बारे में जो श्लोक लिखा था, नेपाल की राजनीति ने उसकी सच्चाई उजागर कर दी है।
कोरोना का क्या रोना प्यारे भाई ?
पडौसी देश चीन में कोरोना का कहर फिर टूट पड़ा है, इसके साथ ही बीते साल कोरोना का कहर झेल चुके तमाम देशों ने जनता
हूवर बांध : जो खुद कमाता -खाता है
अमरीकियों की खासियत है कि वे सफेद हांथी नहीं पालते। अमरीकी अगर हाथी पालते भी है तो उसी से कमाते -खाते भी है। अमेरिका में
तालिबानः मियाँ की जूतियाँ मियाँ के सिर
काबुल में पिछले साल तालिबान की सरकार क्या कायम हुई, पाकिस्तान समझने लगा कि उसकी पौ-बारह हो गई, क्योंकि पिछले दो-ढाई दशक से तालिबान और
सरगम का कौशल और सौंदर्य शास्त्र
चार साल पहले घर बसाने वाली 32 साल की सरगम कौशल का कौशल प्रणम्य है।प्रणम्य इसलिए कि उसने 63 देशों की विवाहिता महिलाओं की सौंदर्य
अमेरिका में बज रहा भारत का डंका
भारतीय मूल के लगभग दो करोड़ लोग इस समय विदेशों में फैले हुए हैं। लगभग दर्जन भर देश ऐसे हैं, जिनके राष्ट्रपति, उप-राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, विदेश