पुलिस ने देवरी थाना क्षेत्र अंर्तगत ग्राम हथखोए के पास मंसूर बावरी बांध के नाले के नजदीक मिले शव की गुत्थी को सुलझा लिया है जानकारी के अनुसार 29 अगस्त को हथखोए गांव के निवासी चूरामन सेन का शव मिलने के बाद पुलिस ने हत्या के 5 वे दिन ही अंधे कत्ल का खुलासा कर दिया और आरोपियों को जेल भेज दिया है। जानकारी देते हुए देवरी थाना प्रभारी रोहित डोंगरे ने बताया की 24 अगस्त से अपने गांव हथखोए गांव से लापता हुए चूरामन सेन के परिजनों द्वारा 26 अगस्त को देवरी थाना में गुमशुदगी का मामला कायम दर्ज कराया था।इसके बाद 29 अगस्त को मंसूरबावरी बांध के पास सरकारी कुएं में चूरामन सेन का शव मिला था जिसके हाथ पैर रस्सी और डोरी से बंधे हुए थे जिस पर परिजनों ने हत्या की आशंका व्यक्त की थी मामले की गंभीरता को देखते हुए देवरी पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी
पुलिस अधीक्षक सागर अभिेषेक तिवारी के निर्देशन में टीम गठित कर थाना प्रभारी ने गांव में पूछताछ शुरू की और चूरामन सेन के साथ आखरी बार गांव के तीन व्यक्तियों को देखा गया था और घटना के बाद से तीनों व्यक्ति फरार थे जिस पर पुलिस का सक और बड़ गया जिस पर पुलिस ने तीनों की तलाश शुरू की और तीनो को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि चूरामन सेन के साथ तीनों आरोपी मछली पकड़ने के लिए मंसूर बावरी बांध गए हुए थे और मछली पकड़ने के बाद मछली बंटवारे को लेकर चारों लोगों में विवाद हो गया और तीनों लोगो में कमलेश लोधी लक्ष्मण लोधी रोहन लोधी ने मिलकर चूरामन सेन की पानी में डुबोकर हत्या कर दी और हत्या छुपाने के लिए उन्होंने शव के हाथ पैर रस्सी और डोरी से बांधकर पत्थर से बांध कर वही नाले के पास बने कुएं में फेंक दिया जिस पर पुलिस ने तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। देवरी से संतोष विश्वकर्मा की रिर्पाेट।
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