जीत के बाद आचार्य श्री विद्या सागर जी महाराज से आशीर्वाद लेने पहुंचे शैलेंद्र जैन

मानव कल्याण और जीव दया के लिए आचार्य श्री से प्राप्त हुए अमृत वचनों को अक्षरश: आत्म सात कर निरंतर कार्य करूंगा:– शैलेंद्र जैन आचार्य