हमारा इतिहास : उमा भारती उज्जैन के मंदिर से तलवार उठा लाईं

हमारा इतिहास : उमा भारती उज्जैन के मंदिर से तलवार उठा लाईं

उमा भारती और दिग्विजय सिंह की प्रतिद्व्न्दिता  तब खूब छाई रहती थी चुनाव की शुरुआत में बैरसिया के पास तरावली में स्वामी सत्यमित्रानंद की उपस्थिति में एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान दिग्विजय से और उमा भारती दोनों मंच पर मौजूद थे मंच पर भाषण के दौरान उमा भारती और दिग्विजय के बीच तकरार हो गई। विवाद इतना बढ़ा कि सत्यमित्रानंद को बीच-बचाव करना पड़ा।  शुरू से ही उमा भारती की मंदिरों में जाने की आदत रही है नवदुर्गा पर्व के समय उन पर आरोप लगा कि उज्जैन की भूखी माता मंदिर से दुर्गा जी की तलवार उठा कर ले गई यह आरोप बाकायदा उज्जैनी प्राचीन गौरव संरक्षण एवं संवर्धन समिति के पदाधिकारियों द्वारा लगाया गया था। विवाद तब बड़ा जब उमा भारती ने कहा कि यह तलवार उन्हें देवी मां ने खुद भेंट थी हुआ यह की पूजा करते समय देवी जी की प्रतिमा से नीचे जमीन पर गिर गई उमा भारती को लगा कि यह तलवार उन्हें प्रसाद स्वरूप मिली है पुजारी की अनुमति से वह तलवार उमा भारती साथ ले आईं  और उन्होंने अपने स्थानीय कार्यकर्ताओं से ऐसी ही एक और तलवार बनवाकर मंदिर में चढ़ाने के निर्देश दिए।

कृपया यह भी पढ़ें –

हमारा इतिहास : सुंदरलाल पटवा गुट ने किया था उमा भारती का विरोध

उन दिनों कांग्रेस के नेता उमा भारती को इस तरह के विवादों में बहुत उलझाया करते थे अप्रैल के महीने में उमा भारती ने जब अपनी प्रदेश व्यापी संकल्प यात्रा छिंदवाड़ा के जामसावली स्थित हनुमान मंदिर से आरंभ की तभी से विवादों की शुरुआत हो गई हनुमान जयंती के उस रोज मारुति नंदन के सामने एक केक काटा गया और गाया गया हैप्पी बर्थडे टू यू हनुमान जी गाने तक तो ठीक था लेकिन जब कांग्रेस ने आरोप लगाया कि केक में अंडा मिला था तो उमा भारती की संकल्प यात्रा विवादों में तब्दील हो गई।  दिग्विजय ने इस मामले को तूल दिया और लगातार अखबारों में इस मुद्दे को जीवित रखा केक में अंडा मिला था या नहीं यह तो पता नहीं लेकिन कांग्रेस के हिसाब से उमा भारती की यात्रा में किरकिरी जरूर हुई। दिग्विजय सिंह तब  पूरे समय प्रचार तंत्र पर छाए रहते थे और हिंदूवादी संगठन उनका सब तरह से विरोध करते थे उन्हीं दिनों हिंदू जागरण मंच ने उनके खिलाफ कुछ पर्चे बटवाये जिसमें उन्हें मोहनी मुस्कान का मदारी कहकर संबोधित किया गया। इसमें जनता को आगाह किया गया कि वह दिग्विजय सिंह के झांसे में ना आए।

वरिष्ठ पत्रकार एवं राजनैतिक विश्लेषक
श्री दीपक तिवारी कि किताब “राजनीतिनामा मध्यप्रदेश” ( भाजपा युग ) से साभार ।

वीडियो समाचारों के लिये कृप्या हमारे चैनल की लिंक पर क्लिक करें और हमारे चैनल को सबस्क्राईब कर हमारे लघु प्रयास को अपना विराट सहयोग प्रदान करें , धन्यवाद।

https://www.youtube.com/c/BharatbhvhTV

Share this...

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *