संत रविदास मंदिर : 18 दिवसीय समरसता यात्रा का होगा समापन

संत रविदास मंदिर : 18 दिवसीय समरसता यात्रा का होगा समापन

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी आज रखेंगे संत रविदास मंदिर निर्माण की आधारशिला:

भाजपा ने दिया संत रविदास को मान गांव-गांव निकली यात्रा, हो रहा मंदिर निर्माण:–डॉ.जितेंद्र जामदार

सुशासन का मंत्र देने वाले संत रविदास जी की स्मृति के लिए कृत संकल्पित सरकार 18 दिवसीय समरसता यात्रा का आज सागर में होगा समापन

सागर।सुशासन का मूलमंत्र देश को देने वाले संत रविदास जी के मंदिर निर्माण के लिए मध्य प्रदेश में 25 जुलाई से 18 दिवसीय समरसता यात्रा की शुरूआत हुई। यात्रा का समापन 12 अगस्त को सागर में होगा, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संत रविदास के व्यक्तित्व एवं कृतित्व को समर्पित मंदिर और संग्रहालय कीआधारशिला रखेंगे यह बात जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष डॉ.जितेंद्र जामदार जी ने शुक्रवार को सागर में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कही। पत्रकार वार्ता में अ.जा. मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष डॉ.कैलाश जाटव,जिला अध्यक्ष गौरव सिरोठिया,विधायक प्रदीप लारिया,जिला मीडिया प्रभारी श्रीकांत जैन सह मीडिया प्रभारी आलोक केशवानी अ.मो.जिला अध्यक्ष नरेंद्र अहिरवार, यु.मो.जिला अध्यक्ष यश अग्रवाल उपस्थित रहें। पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए श्री जितेन्द्र जामदार ने कहा की प्रदेश की जनहितैषी भाजपा सरकार ने 8 फरवरी 2023 को इस देवतुल्य कार्य के विषय में घोषणा की थी। संकल्प सिद्व करने पांच स्थानों- नीमच, मांडव जिला धार, श्योपुर, बालाघाट एवं सिंगरौली से एक साथ यात्रा दिनांक 25 जुलाई को प्रारम्भ हुई। यात्राएं 12 अगस्त तक प्रदेश के हर गांव से मिट्टी एवं सभी विकासखण्डों की 313 नदियों से जल का सांकेतिक संग्रहण एवं जनजागरण करते हुये आज सागर पहुँच जाएंगी। सागर के पास बड़तूमा में सौ करोड़ रूपए की लागत से संत शिरोमणि सदगुरु श्री रविदास जी का विशाल और भव्य मंदिर का निर्माण का देवतुल्य कार्य सरकार कर रही है। मंदिर की दीवारों पर संत रविदास जी के दोहे और शिक्षाएं अंकित होगी। मंदिर परिसर में संत रविदास जी के जीवन की महान घटनाएं और उनकी अमर रचनाएं जीवंत दिखेगी। इस अतुलनीय कार्य से संत रविदास जी की वाणी से लोग प्रभावित होंगे। उनकी सामाजिक समरसता की सीख जनमानस तक पहुंचेगी और पर्यटन की अपार संभावनाओं के द्वार खुलेंगे।भारत की संस्कृतिक, धार्मिक एवं अध्यात्मिक एकता में संत शिरोमणि श्री रविदास जी के योगदान एवं उनके दर्शन, संदेशों, के जन जागरण करने के लिए इस यात्रा का भव्य आयोजन भाजपा सरकार द्वारा किया गया।

समरसता यात्रा ने दिया सौहार्द का संदेश संत रविदास जी सुशासन के लिए कहा करते थे ऐसा चाहूं राज मैं, जहां मिले सबन को अन्न, छोट-बड़ो सब सम बसे, रविदास रहे प्रसन्न’ यानि संत रविदास जी सुशासन के रूप में ऐसे राज्य की कामना करते थे, जहां कोई छोटा-बड़ा न हो, जहां प्रसन्नता पूर्वक सब जीवन यापन करें, सभी को अन्न प्रचुर मात्रा में मिलें। यह यात्रा संत शिरोमणि के इन्हीं विचारों को चरितार्थ कर रही है। समरसता यात्रा 5 रूटों से प्रदेश के 45 जिलों से होकर गुजरी। मुख्य यात्रा के साथ ही विभिन्न ग्रामों/नगरों में 1661 उपयात्राएं/कलश यात्राएं भी आयोजित हुई। यात्रा के दौरान 352 जन संवाद कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।यात्रा के अंतर्गत पांचों रूटों में 25 लाख से अधिक लोगों द्वारा सहभागिता की गई।यात्रा में प्रदेश के 20,641 ग्रामों से मिट्टी और 313 नदियों का जल सांकेतिक रूप से एकत्र किया गया।यात्रा के दौरान संत रविदास के व्यक्तित्व और कृतित्व पर केंद्रित 10 रथ निरंतर चले। इन रथों में संत शिरोमणि जी का चित्र, पादुका एवं जल संग्रहण हेतु कलश रखा गया, जिनका जगह-जगह पर पूजन हुआ। रथ पर सामाजिक समरसता की सूक्तियों का उल्लेख किया गया, जिसके द्वारा संत रविदास जी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाया गया। संत रविदास के विचारों पर कृत संकल्पित भाजपा सरकार साथ ही श्री जितेन्द्र जामदार ने कि कहा संत रविदास जी के संदेश को फैलाने वाली इस यात्रा का शुभारंभ मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सिंगरौली जिले के बैढ़न से किया था। यह 18 दिवसीय यात्रा लोगों को समाज में सामाजिक समरसता लाने के लक्ष्य को सिद्ध करती दिखी। प्रदेश में अनसूचित जाति वर्ग के लिए भाजपा का यह दूसरा सामूहिक आयोजन है। अप्रैल में, भाजपा ने डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाने के लिए ग्वालियर में अनुसूचित जाति के सदस्यों का एक महाकुंभ आयोजित किया था।भाजपा का लक्ष्य सभी वर्गों का कल्याण और विकास है। अन्य विपक्षी दल जहां दलित एजेंडे के नाम पर इन्हें सिर्फ वोट बैंक की राजनीति के लिए प्रयोग करते हैं। भाजपा इनके सर्वांगीण विकास के लिए योजनाएं एवं जनहितैषी पहल संचालित कर रही है। साथ ही श्री जितेन्द्र जामदार ने कहा कि विपक्षी पार्टी कांग्रेस के नेता जहां संत रविदास एवं वर्ग के नायकों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां करते हैं, वहीं प्रदेश की भाजपा सरकार संत रविदास एवं बाबा साहब अंबेडकर से जुड़े स्थलों को तीर्थदर्शन योजना में शामिल कर चुकी है। योजना में यात्रा करने वाले बुजुर्ग समाज की महान आत्माओं से जुड़े स्थलों पर नमन करने जाते हैं, जिसका प्रबंध राज्य सरकार करती है। लोगों को याद है कि कांग्रेस पार्टी के नेता कमलनाथ ने संत रविदास जी की तस्वीर को माला पहनाने की औपचारिकता पूरी कर तस्वीर को मंच से हटवा दिया था, संत शिरोमणि की तस्वीर जमीन पर गिरी हुई थी, वहीं भाजपा सरकार संत के योगदान को नमन करने के लिए और उनके सन्देश को जनसाधारण तक पहुंचाने के लिए प्रदेश के 45 जिलों में यात्रा निकाली है। भाजपा और कांग्रेस में यही फर्क है। अनुसूचित जाति वर्ग के कल्याण के लिए कटिबद्व मध्य प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा सरकार अनुसूचित जाति वर्ग के कल्याण के लिए कई जनकल्याणकारी योजनाओं को सुचारू रूप से चला रही है।

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