भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार प्रदेश आए जेपी नड्डा ने राजधानी भोपाल से लेकर संस्कारधानी जबलपुर तक प्रदेश में पार्टी का माहौल बनाने कार्यकर्ताओं को साहित्य करने के नए-नए मंत्र दिए। उन्होंने जहां परिवारवाद पर हमला करके विपक्ष को कटघरे में खड़ा किया वहीं कार्यकर्ताओं में उम्मीद की किरण जगाई।
दरअसल, भाजपा यदि शून्य से शिखर पर पहुंची है और आज विश्व में सबसे बड़ी पार्टी होने का दावा कर रही है तो उसका श्रेय पार्टी के रणनीतिकारों और ऐसे नेताओं को है जो नारों और मुहावरों की दम पर माहौल बनाने की क्षमता रखते हैं। मसलन, राजधानी भोपाल से लेकर जबलपुर तक जेपी नड्डा ने जिस तरह से माहौल बनाने के लिए टिप्स दिए हैं। उससे भाजपा खेमे में एक नई ऊर्जा का संचार हुआ है। भले ही व्यवहारिक धरातल पर इतनी उपयोगिता ना हो जैसे परिवारवाद पर हमला करके नड्ढा ने जहां कांग्रेस, सपा, राष्ट्रीय जनता दल, टीएमसी और दक्षिण भारत की पार्टियों पर हमला किया, वहीं पार्टी के कार्यकर्ताओं को भी उत्साहित किया। भले ही प्रदेश में 230 विधानसभा क्षेत्रों में एक दर्जन विधायक ही ऐसे होंगे जिनके परिवार में पहले कोई बड़ा नेता रहा हो और उन्हें टिकट भी सक्रियता और योग्यता के बाद मिला हो लेकिन जिस तरह से परिवारवाद पर हमला किया है।
उससे यह संदेश गया है कि सभी सीटों पर कार्यकर्ताओं को ही टिकट मिलेंगे और इसी उत्साही वातावरण में उन्होंने जबलपुर में कार्यकर्ताओं से 2023 के लिए तैयारी करने को कहा। उन्होंने कहा कि अभी इन चुनाव को 18 माह हैं ऐसे में कार्यकर्ता 18 बार मतदाताओं के घर जाए, जिससे जब वोट मांगने जाए तो स्वार्थ ना झलके। मतदाता के सुख- दुख में काम आएं। उन्होंने जबलपुर में बूथ समिति की बैठक भी ली और कार्यकर्ताओं से कहा की नारेबाजी हो हल्ला से नहीं होता। कम से कम एक कार्यकर्ता 5 वोट लाए उसी से जीत मिलेगी। उन्होंने पार्टी की विचारधारा को घर घर ले जाने की बात भी कही।
उन्होंने जबलपुर में और ग्रुप के सदस्यों के साथ एक बैठक भी की। जिसमें महाकौशल क्षेत्र पर विशेष ध्यान देने के लिए जोर दिया क्योंकि 2018 के विधानसभा के चुनाव में पार्टी को जबलपुर से नुकसान हुआ था और विपक्षी दल कांग्रेश के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ का प्रभाव क्षेत्र भी जबलपुर ही है शायद इसी कारण उन्होंने इस क्षेत्र में जातिगत समीकरण सियासी संतुलन बनाने की रणनीति बनाई।
कुल मिलाकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रदेश में पार्टी का माहौल बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने भी नड्ढा के स्वागत में पूरी ताकत झोंक दी। साथ ही पूरे समय साथ रहकर प्रदेश के ताजा राजनीतिक हालातों से रूबी रूबी कराया और नड्डा भी हालातों को समझते हुए अपने बयान देते रहे और कार्यकर्ताओं को भी ऐसे मंत्र दे गए हैं। यदि इस पर कार्यकर्ताओं ने अमल किया तो फिर पार्टी को प्रदेश में 2018 की तरह दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
देवदत्त दुबे, भोपाल ,मध्यप्रदेश