मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के माननीय अध्यक्ष श्री मनोहर ममतानी विगत दिवस के विभिन्न समाचारो पत्रों में प्रकाशित प्रथम दृष्टया मानव अधिकार उल्लंघन के ’25 मामलों में संज्ञान’ लेकर संबंधितों से जवाब मांगा है।
जेएएच के डाक्टर नाम छिपाकर निजी अस्पताल में दे रहे सेवाएं, नियम की अनदेखी कर खोल रखे हैं निजी क्लीनिक
खामियां गिनाकर जिन अस्पतालों को बंद करने का निर्देश दिया, पांच माह बाद भी वहां धड़ल्ले से भर्ती हो रहे मरीज
ग्वालियर शहर में प्रदूषण फैला रहे और नियमों को ठेंगा दिखाकर संचालित हो रहे निजी अस्पतालों को जिस तत्परता से मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने बंद करने का निर्देश दिया था, वह फिलहाल कागजी साबित हो रहा है। हालांकि बोर्ड के निर्देश की अनदेखी करते हुये 50 फीसदी अस्पताल चालू हैं। इनमें से अधिकांश असप्तालों में धडल्ले से मरीजों को भर्ती भी किया जा रहा है। इसमें केएमजे, अंश, शिवाय मल्टी स्पेशिलिटी और श्री हाॅस्पीटल के नाम शामिल हैं। सीएमएचओ का कहना है कि हमारे द्वारा नोटिस जारी कर दिया है, जवाब संतोषप्रद नहीं होने पर कार्यवाही करेंगे। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने आयुक्त, स्वास्थ्य सेवायें, संचालनालय, भोपाल से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में एक माह मंे जवाब मांगा है।
14 हजार मकानों में मंडरा रही मौत
भोपाल शहर के अलग-अलग इलाकों में जेएनएनयूआरएम योजना के तहत् बने 14 हजार आवास इतने खस्ताहाल को चुके हैं कि यह कभी भी ढ़ह सकते हैं। इन आवासों को नगर निगम ने 209 करोड़ रूपये खर्च कर नौ साल पहले ही बनवाया था, लेकिन अपनी उम्र से पहले ही मकान पूरी तरह जर्जर हो चुके हैं। इनमें रहने वाले परिवार नगर निगम से कई बार शिकायत कर चुके हैं, लेकिन निगम ने मेंटेनेंस करने से साफ इंकार कर दिया है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने आयुक्त, नगर निगम, भोपाल से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में एक माह में बिंदुबार जवाब मांगा है। 01. पुनर्वास की व्यवस्था सहित विस्थापित परिवारों/व्यक्तियों को उपलब्ध कराये गये ऐसे आवासगृहों की गुणवत्ता के संबंध में उनके निर्माण उपरांत जांच करने वाले अधिकारी का प्रतिवेदन, 02. आवास हितग्राहियों को किस वर्ष में दिये गये, 03. आवासों के रख-रखाव हेतु कालोनी की रखरखाव समिति बनाये जाने के लिये क्या कार्यवाही निगम द्वारा करायी गयी ? 04. ऐसे आवासगृहों की जांच करा जोखिमपूर्ण अवस्था में आये आवासों के संबंध में जनसुरक्षा को देखते हुये की गई या प्रस्तावित कार्यवाही ?
तीन युवकों ने छह माह पहले नाबालिग से ज्यादती, गर्भवती हुई तो पता चला
रायसेन जिले में तीन युवकों की ज्यादती का शिकार हुई एक नाबालिग गर्भवती हो जाने का मामला सामने आया है। इस बात का पता तब चला जब नाबालिग की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई और मां उसे अस्पताल लेकर पहुंची। डाक्टर्स ने जांच के बाद नाबालिग को गर्भवती बताया। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं एसपी, रायसेन से प्रकरण की जांच कराकर 01. आरोपियों के विरूद्ध की गई कार्यवाही, 02. पीडित बालिका की उचित देखभाल, सुरक्षा, परामर्श एवं आवश्यक विधिक सहायता के संबंध में की गई कार्यवाही, 03. पीडित बालिका के गर्भस्थ शिशु के संबंध में परामर्श, उसके समापन की सम्भावना एवं निरंतर रखे जा सकने की स्थिति में शासन की योजना अनुसार आवश्यक सहायता के संबंध में की गई कार्यवाही के बारे में एक माह में बिंदुवार जवाब मांगा है।
अस्पताल के गेट पर बना रैंप हुआ क्षतिग्रस्त, मरीजों के गिरने का खतरा
मंडला जिले के बिछिया मुख्यालय में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के मुख्य गेट पर लोहे के पाईप से बना रैंप पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। जिससे अस्पताल में आने वाले मरीजों व उनके परिजनों के गिरने का खतरा बना हुआ है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने सीएमएचओ, मंडला से प्रकरण की जांच कराकर जनसुरक्षा के संबंध में की गई कार्यवाही के बारे में तीन सप्ताह मंे जवाब मांगा है।
सुलभ शौचालय पर महीनों से ताले, राहगीर हो रहे परेशान
नीमच शहर के जयसिंहनगर पहुंच मार्ग पर की पुलिस के पास बने सुलभ शौचालय पहले कुछ समय तक तो खुला रहा लेकिन इसके बाद कई महीनों से इस पर ताला लगा हुआ है। जिस कारण उस मार्ग से गुजरने वाले राहगीरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं मुख्य नगर पालिका अधिकारी, नीमच से प्रकरण की जांच कराकर जनसुविधाा हेतु आवश्यक सुलभ शौचालय को उपयोग हेतु प्रारंभ किये जाने हेतु की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।
पुलिस पर मारपीट का आरोप, युवक जिला अस्पताल में भर्ती
बुरहानपुर शहर के बोरगांव निवासी रोहित पुंडलिक और उसके परिजनों ने गणपति नाका थाने के पुलिसकर्मियों पर मारपीट का आरोप लगाया है। मामला प्रेम-प्रसंग से जुड़ा हुआ है। थाना प्रभारी ने बताया कि रोहित लड़की को लेकर भागा था। बीते मंगलवार को ही उसकी मां और अन्य लोग उसे थाने से ले गये थे। डर के कारण वह पुलिस पर झूठा इल्जाम लगा रहा है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने पुलिस अधीक्षक, बुरहानपुर से कथित पीड़ित रोहित की डाक्टरी जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में 15 दिन में जवाब मांगा है।
कलेक्ट्रेट चैराहे पर बने सुलभ शौचालय में गंदगी का अंबार
नीमच शहर के कलेक्ट्रेट चैराहे पर बने सुलभ शौचालय में गंदगी का अंबार लगा हुआ है। आलम यह है कि पुरूष तो ठीक, महिला भी इस शौचालय का उपयोग नहीं कर सकती हैं। यह सुलभ शौचालय काॅप्लेक्स न होकर जाम छलकाने की मधुशाला बन गया है। शौचालय मंे चारों ओर शराब की बोतलें चारों ओर बिखरी पड़ी हैं। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं मुख्य नगर पालिका अधिकारी, नीमच से प्रकरण की जांच कराकर सुलभ शौचालय को जनसामान्य के लिये सुविधायुक्त बनाये जाने के संबंध में की गई कार्यवाही के बारे में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।
बोतल भरने नदी मंे उतरा बालक बहा, बचाने में दादा भी डूबे
दतिया जिले के भांडेर थानाक्षेत्र के पथरिया तातपुर निवासी भागीरथ पाल एवं उनका पोता कृष्णा बकरियां चराने खेतों पर गये थे। कृष्णा को प्यास लगी तो, भागीरथ ने उसे नहर में बोतल भरने के लिये भेज दिया। कृष्णा जैसे ही नहर में उतरा तो, उसका पैर फिसल गया और वह नहर में बह गया। नाती को बहता देख भागीरथ ने उसे बचाने के लिये नहर में छलांग लगा दी और पानी के तेज बहाव में वह भी बह गया। बुजुर्ग एवं बच्चे की तलाश जारी है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, दतिया से प्रकरण की जांच कराकर मृतकों के उत्तराधिकारियों को शासन की योजना/ नियमानुसार देय मुआवजा राशि के संबंध में की गई कार्यवाही के बारे में एक माह में जवाब मांगा है।
महिला ने थाने में जाकर कहा, मैं जिंदा हूं
जबलपुर शहर के आधारताल थानांतर्गत सोहागी निवासी एक महिला ने थाना पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई कि, वह जिंदा है, लेकिन उसके नाम से मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर शासन से 2 लाख 6 हजार रूपये की राशि ऐंठ ली है। पीड़िता ने पुलिस को यह भी बताया कि इस बात की जानकारी उसे तब लगी, ज बवह नगर निगम जोन-15 में केवायसी कराने पहंची। नगर निगम के कर्मचारियों ने बताया कि उसका मृत्यु प्रमाण बन जाने के कारण केवायसी नहीं कर सकते हैं। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, जबलपुर से प्रकरण की जांच कराकर पीड़ित महिला की देखभाल एवं सुविधाओं के संबंध में की गई कार्यवाही के बारे में एक माह में जवाब मांगा है।
महिला आरक्षक पीड़ितों से करती है दुव्र्यवहार
सिवनी जिले के लखनादौन थाने में दस वर्ष से पदस्थ एक महिला आरक्षक के दुव्र्यवहार व अभद्रता से आम नागरिक परेशान हैं। जब थाना प्रभारी थाने पर मौजूद नहीं होते हैं तब, यह महिला आरक्षक अपने आप को थानेदार समझने लगती है और आम नागरिकों से सवाल-जवाब करने लगती है। यदि उसके अनुरूप जवाब नहीं दिया तो, वह आक्रोशित होकर डराने धमकाने लगती है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने एसपी, सिवनी से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।
राशन के लिये 15 किमी तय करना पड़ता है सफर
बालाघाट जिले की जनपद पंचायत पाथरी के आमाटोला गावं में सरकारी उचित मूल्य की दुकान का अभाव, सस्ते राशन की चाह और चंद किलो राशन के लिये बैगा आदिवासियों को 15 किमी का रास्ता तय करना पड़ता है। यहां निवासरत कई बैगा आदिवासी परिवारों को इस परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, बालाघाट से प्रकरण की जांच कराकर बैगा आदिवासियों को प्राप्त सुविधा उनके गांव तक पहुंचाने में आ रही बाधा को समाप्त कर की गई कार्यवाही के बारे में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।
जलाशय पर नहाने गये दो युवकों की डूबने से मौत
धार जिले के पीथमपुर के सेक्टर एक थानांतर्गत बीते सोमवार को होली के दिन संजय जलाशय में नहाने गये दो युवकों की पैर फिसलने के कारण डूबने से मौत हो जाने का मामला सामने आया है। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, धार से प्रकरण की जांच कराकर मृतकों के उत्तराधिकारियों को शासन की योजना/ नियमानुसार देय मुआवजा राशि के संबंध में की गई कार्यवाही के बारे में एक माह में जवाब मांगा है।
गुलाल नहीं लगवाने पर महिला पर एसिड डालने का प्रयास
भोपाल शहर के कोलार थानाक्षेत्र में बीते सोमवार को किराने की दुकान चलाने वाली महिला को सुरेश नामक युवक जबरन गुलाल लगाने लगा। महिला ने जब उसका विरोध किया तो, उसने महिला के साथ छेड़छाडत्र कर दी और एसिड डालने का प्रयास किया, लेकिन वह एसिड नहीं डाल पाया। पुलिस ने बताया कि महिला, आरोपी के खिलाफ पूर्व में भी छेड़छाड की रिपोर्ट दर्ज करा चुकी है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने पुलिस कमिश्नर, भोपाल से आरोपी द्वारा महिला पर एसिड डालने का प्रयास करने की घटना के संबंध में जांच कराकर की गई कार्यवाही के बारे में 15 दिन में स्पष्ट जवाब मांगा है।
स्कूली बच्चों, कामकाजी युवतियों व महिलाओं को अनहोनी का डर
रायसेन जिले के औबेदुल्लागंज कस्बे के अर्जुन नगर अंडर ब्रिज रेलवेे से निकलने वाला मार्ग इन दिनों दारू, गांजा, गलत काम के लिये सबसे सुरक्षित स्थान बना हुआ है। यहां असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। इस रोड़ से करीब तीन से चार स्कूलों के बच्चों का नियमित आना-जाना रहता है। मंडीद्वीप जाने वाली कामकाजी महिलाओं एवं युवतियों को यहां से निकलना रहता है। ऐसे में स्कूली बच्चों एवं कामकाजी महिलाओं को असामाजिक तत्वों से हमेशा डर बना रहता है। स्थानीय लोगों ने इसकी शिकायत शासन-प्रशासन से की थी, परंतु आजतक कोई भी कार्यवाही नहीं हो पायी है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने एसपी, रायसेन से प्रकरण की जांच कराकर अंडरब्रिज में अवांछित गतिविधियों को रोकन, जन सामान्य के सुरक्षित आवागमन के लिये की गई कार्यवाही तथा ऐसे स्थान पर सतत् निगरानी रखने के संबंध में की गई कार्यवाही के बारे में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।
डूब रही पुत्री को बचाने कुएं में कूदा पिता, दोनों की मौत
बैतूल जिले के मुलताई थानाक्षेत्र के ग्राम हिरवा में बीते बुधवार को पांच वर्षीय बालिका खेलते-खेलते कुंए में गिर गई। उसे बचाने के लिये पिता भी कुएं में कूद गया, उसे तैरना नहीं आने के कारण वही भी कुएं में डूब गया। घटना पिता एवं पुत्री दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, बैतूल से प्रकरण की जांच कराकर मृतकों के उत्तराधिकारियों को शासन की योजना/ नियमानुसार देय मुआवजा राशि के संबंध में की गई कार्यवाही के बारे में एक माह में जवाब मांगा है।
दो सगी बहनों समेत चार की नदी में डूबने से मौत
उमरिया जिले के पानी थानांतर्गत टिकरी सोन नदी घाट पर दो सगी बहनों समेत चार लोगों की पानी में डूबकर मौत हो जाने की घटना सामने आई है। चारों युवा पिकनिक मनाने गये थे। पुलिस को आशंका है कि नहाते समय यह चारो लोग गहरे पानी में चले गये और एक दूसरे को बचाते हुय इनकी जान चली गयी। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, उमरिया से प्रकरण की जांच कराकर मृतकों के उत्तराधिकारियों को शासन की योजना/ नियमानुसार देय मुआवजा राशि के संबंध में की गई कार्यवाही के बारे में एक माह में जवाब मांगा है।
पेंच नदी में फिसला पैर, डूबने से 13 साल के बच्चे की मौत
छिंदवाड़ा जिले के लाल गांव की पेंच नदी में दोस्तों के साथ नहाने गये 13 साल के मासूम की पानी में डूबकर मौत हो जाने की घटना सामने आई है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, छिंदवाड़ा से प्रकरण की जांच कराकर मृतक के उत्तराधिकारियों को शासन की योजना/ नियमानुसार देय मुआवजा राशि के संबंध में की गई कार्यवाही के बारे में एक माह में जवाब मांगा है।
मासूम का शव मिलने के बाद भीड़ ने शराब दुकान में लगाई आग
जबलपुर जिले के पनागर थानाक्षेत्र के जलगांव में बीते मंगलवार को आठ साल की मासूम का शव तालाब में मिलने की घटना सामने आई है। ग्रामीणों का कहना है कि किसी शराबी ने मासूम को साथ दुराचार कर उसकी हत्या कर तालाब में फेंक दिया है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने एसपी, जबलपुर से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में एक माह में जवाब मांगा है।
कभी भी हादसे का कारण बन सकता है, महिला बाल विकास कार्यालय भवन
रायसेन जिले के सिलवानी क्षेत्र के वार्ड नंबर एक में स्थित महिला बाल विकास का कार्यालय क्षतिग्रस्त भवन में संचालित किये जाने का मामला सामने आया है। क्षतिग्रस्त भवन कभी भी हादसे का कारण बन सकता है। विभाग के द्वारा ना तो भवन की कोई मरम्मत कराई जा रही है और ना ही नव निर्माण को लेकर विभागीय स्तर पवर कार्यवाही की जा रही है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, रायसेन एवं जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी, रायसेन से मामले ककी जांच कराकर की गई कार्यवाही के सम्बन्ध में एक माह में जवाब मांगा है। साथ ही श्रतिग्रस्त भवन जोखिमपूर्ण स्थ्तििी में हे तो उसमें जनहानि को रोकने के लिये उचित कार्यवाही सुनिश्चित कराया जाना भी अपेक्षित है।
नदी में डूबने से दो बच्चों की मृत्यु
टीकमगढ़ जिले के जतारा थानाक्षेत्र के गांव लार में नदी में नहाने गये दो बच्चों की मृत्यु होने की घटना सामने आई है। दोनों भाई खेत में खेलते समय नदी में नहाने लगे, इसके बाद गहरे पानी में जाने से दोनो डूब गये, जिस कारण दोनो भाईयों की मृत्यु हो गई। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, टीकमगढ़ से घटना की जांच कराकर मृतकों के वैध उत्तराधिकारियों को शासन की योजना-नियमानुसार देय आर्थिक मुआवजा राशि के सम्बन्ध में एक माह में जवाब मंागा है।
रिवर्स करते समय कुएं में गिरा टैªक्टर चालक, मौत
आगर मालवा जिले के समीप के गांव गुराड़ी बंगला में एक टैªक्टर चालक की कुएं में गिरने से मृत्यु होने की घटना सामने आई है। कुएं के पास मुरम खाली कर रहा युवक टैªक्टर को पीछे लेने के दौरान वाहन सहित कुएं में जा गिरा, जिस कारण कुएं में ही टैक्ट्रर चालक की मृत्यु हो गई। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, आगर मालवा से मामले की जांच कराकर टैªक्टर चालक की मृत्यु पानी में डूबने के परिणामस्वरूप होने की स्थिति में या अन्यथा भी शासन की योजना/नियमानुसार उसके वैध उत्तराधिकारियों को देय आर्थिक मुआवजा राशि के सम्बन्ध में की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन एक माह में मांगा है।
कुएं में गिरने से महिला की मृत्यु
निवाड़ी जिले के पृथ्वीपुर की ग्राम पंचायत मनेथा में कुएं में गिरने से एक 23 वर्षीय महिला की मृत्यु होने की घटना सामने आई है। कुएं से पानी भरने के दौरान महिला अचानक गिर गई। जिस कारण महिला की मृत्यु हो गई। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, निवाड़ी से घटना की जांच कराकर मृतक के वैध उत्तराधिकारियों को शासन की योजना-नियमानुसार देय आर्थिक मुआवजा राशि के सम्बन्ध में एक माह में जवाब मंागा है।
नदी में डूबने से व्यक्ति की मृत्यु
नरसिंहपुर जिले के ठेमी थानाक्षेत्र में स्थित एक नदी में डूबने से एक व्यक्ति की मृत्यु होने की घटना सामने आई है। युवक बेनगंगा नदी में नहाने के लिये गया था, जहां उसकी डूबने से मृत्यु हो गई। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, नरसिंहपुऱ से घटना की जांच कराकर मृतकों के वैध उत्तराधिकारियों को शासन की योजना-नियमानुसार देय आर्थिक मुआवजा राशि के सम्बन्ध में एक माह में जवाब मंागा है।
अतिक्रमण के कारण गांधी गेट पर लग रहा जाम
मंडला जिले के बिछिया में बस स्टैंड के सामने गांधी गेट पर अतिक्रमण के कारण रोजाना जाम के हालात बन रहे है। जिससे हाइवे पर जाम लगने की स्थिति बनी रहती है। नगर निगम परिषद द्वारा बिछिया में अतिक्रमण हटाने के लिये कार्यवाही नही की जा रही है। जिस कारण शहरवासियों को परेशान होना पड़ रहा है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर मंडला एवं पुलिस अधीक्षक, मंडला से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही के सम्बन्ध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।