भोपाल। मध्यप्रदेश में आने वाले विधानसभा चुनावों के लिये सत्ता और संगठन में तालमेल बनाते हुए प्रदेश भाजपा में किस तरह से और कसावट लाई जा सके इसके लिए कोर ग्रुप के नेताओं की महत्वपूर्ण बैठक आज दिल्ली में होने जा रही है जिसमें 2023 के लिए पूरा रोड मैप तैयार होगा और जो भी काम शेष रह गए उनको शीघ्रता से करने पर विचार होगा।
दरअसल भाजपा के लिए 2023 और 2024 चुनाव में प्रदेश में अधिकतम सफलता अर्जित करने की इच्छा है और पार्टी किसी भी प्रकार के अति आत्मविश्वास में रहकर 2018 की गलती नहीं दोहराना चाहती है। यही कारण है कि पार्टी लगातार फीडबैक ले रही है। संघ जहां मैदानी फीडबैक दे रहा है और वहीं अपने स्रोतों से भी पार्टी आंकलन करती रहती है और समय.समय पर बैठके करके आवश्यक सुधार किए जाते हाल ही में पार्टी के रणनीतिकार और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एक दिवसीय दौरे पर राजधानी भोपाल आए थे और उसी के बाद दिल्ली में प्रदेश के नेताओं की महत्वपूर्ण बैठक आज होने जा रही है। जिसमें पार्टी नेता सत्ता और संगठन से जुड़े सभी मसलों पर चर्चा करेंगे। साथ ही जिस तरह की चुनौतियां प्रदेश और देश में बढ़ रही उनसे मुकाबला करने के लिए भी रणनीति बनाई जाएगी। चाहे वह धार्मिक आयोजनों पर होने वाले उपद्रव या फिर कोरोना की चौथी लहर की आहट हो प्रदेश में खाली पड़े निगम मंडलों में नियुक्तियों का मामला हो या फिर 4 मंत्री पद भी खाली हैं उनको भरने की भी चर्चा हो सकती है।
बहरहाल दिल्ली में हो रही कोर ग्रुप की बैठक में जहां मिशन 20 23 फतह करने का रोड मैप तैयार होगा। प्रदेश भारतीय जनता पार्टी की बनने वाले प्रदेश कार्यालय की प्रस्तावित बिल्डिंग का प्रदर्शन भी किया जा सकता है। इस बैठक में राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष विशेष रुप से उपस्थित रहेंगे। कुछ समय के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी बैठक में आ सकते हैं। प्रदेश नेताओं में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ज्योतिरादित्य सिंधिया पहलाद पटेल फग्गन सिंह कुलस्ते प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा शामिल होंगे। नरोत्तम मिश्रा बुधवार को ही दिल्ली पहुंच गए। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की बैठक को लेकर चर्चा और कयासों का दौर इसलिए भी है क्योंकि इसके पहले इस तरह की बैठक राजधानी भोपाल में हो जाया करती थी लेकिन इस बार बैठक दिल्ली में हो रही है और यह संघ भाजपा समन्वय की बैठक के बाद हो रही है और खास तौर पर केंद्रीय मंत्री अमित शाह के प्रदेश के दौरे के बाद हो रही है। इस बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात हो चुकी है। माना जा रहा है नेतृत्व ने जो गाइडलाइन तैयार की होगी उस पर प्रदेश के नेताओं को कैसे आगे बढ़ना है इसके लिए महत्वपूर्ण टिप्स भी दिए जाएंगे।
कुल मिलाकर मौजूदा चुनौतियों से पार पाते हुए किस तरह मिशन 2023 और मिशन 2024 को फतह करने की दिशा में आगे बढ़ना है। इस बैठक में गाइड लाइन तय हो जाएगी। पार्टी के पास सभी नेताओं का फीडबैक और मैदानी परिस्थितियों का आंकलन मौजूद है। उसी के आधार पर आगे की जिम्मेदारी भी तय की जाएंगी सामाजिक समीकरणों को साधते हुए नेताओं को काम बांटे जाएंगे सत्ता और संगठन में बेहतर तालमेल बनाते हुए प्रदेश में पार्टी में और अधिक कसावट लाने के लिए कोर ग्रुप की बैठक को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
देवदत्त दुबे भोपाल