पिछले सप्ताह से लगातार सुर्खियों में बनी फिल्म काश्मीर फाईल्स की चर्चा पूरी दुनिया में लगातार बनी हुई है जहां लोग इस फिल्म से सहमति और असहमति के आधार पर सर्मथन या विरोध की बांते कर रहे है तो राजनीतिक तौर पर भी इसका पक्ष या विपक्ष अब खुलकर सामने आने लगा है सोमवार को इसकी गूंज लोकसभा में भी सुनाई दी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को घाटी से कश्मीरी पंडितों के पलायन को दर्शाने वाली फिल्म कश्मीर फाइल्स का जिक्र करते हुए लोकसभा में कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेस पर निशाना साधा। वित्त मंत्री ने कहा कि इस विषय पर विपक्षी पार्टी के ट्विटर हैंडल से कही गई बातें और उस समय की दर्दनाक सच्चाई से इनकार के उसके रूख को प्रदर्शित करती हैं। निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में केंद्रशासित प्रदेश जम्मू कश्मीर के लिये वित्त वर्ष 2022.23 के बजट और वित्त वर्ष 2021.22 के लिए अनुदान की अनुपूरक मांगों पर चर्चा का जवाब देते हुए ये बात कही। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि कश्मीर फाइल्स के बारे में बात करते समय उस समय की सच्चाई को याद करना चाहिए कि जब हिन्दुओं पर इतना कुछ घट रहा था तो वे इससे कैसे निकले। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद भी जो बातें आ रही हैए वे स्थिति से इनकार को प्रदर्शित करती हैं। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से यह बात कही गई कि कश्मीरी पंडित खुद अपनी मर्जी से और दिल्ली में कुछ फायदा उठाने के लिये अपने आप वहां से चले गए। वित्त मंत्री ने आरोप लगाया कि कश्मीरी पंडितों को जब ऐसी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा थाए जम्मू कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस की सरकार थी और उसमें कांग्रेस पार्टी शामिल थी। वित्त मंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि तब के मुख्यमंत्री हिन्दुओं को उनके नसीब पर छोड़कर विदेश चले गए। सीतारमण ने यह भी कहा कि वायु सेना के एक अधिकारी की हत्या में कथित रूप से शामिल एक व्यक्ति की एक पूर्व प्रधानमंत्री से मुलाकात की तस्वीर भी सामने आई थी। वित्तमंत्री ने बेहद कड़े शब्दों मे इस तथ्य की निंदा की और कांग्रेस के एक टिवटर हैडल से किये गये टवीट जो कि सन 1990 में काश्मीरी पंडितो के विस्थापन पर आधारित है उन्हे झूंठा बताते हुए कांग्रेस पर हमेशा से इस मुददे पर गुमराह और उदासीन रवैया अपनाने का आरोप लगाया।
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