मध्य प्रदेश के गुना में शुक्रवार की रात लगभग 3 बजे हुए एक दिल दहलाने वाली घटना में तीन पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी गई है। बताया जा रहा है कि काले हिरन का शिकार कर लौट रहे शिकारियों ने रात्रि गश्त कर रही पुलिस को सामने देखकर पकड़े जाने से बचने के लिए फायरिंग की और पुलिस के तीन जवानों को मार डाला। राज्य सरकार ने मारे गए सिपाहियों को शहीद घोषित करते हुए उनके परिजनों के लिए एक.एक करोड़ रुपए के सम्मान निधि और परिवार के एक सदस्य को शासकीय नौकरी देने की घोषणा की है । खबरों के मुताबिक पुलिसकर्मियों को काले हिरण के शिकार की सूचना मिली थी, जिसके बाद पुलिसकर्मी शिकारियों को पकड़ने के लिए आरोन थाना क्षेत्र के सगा बरखेड़ा गांव पहुंचे थे।
पुलिस को देखते ही लगभग 6-7 शिकारियों ने उन पर गोली चला दी। फायरिंग में तीन पुलिसकर्मी मारे गए और एक शिकारी भी मारा गया। इस मामले में फरार छह शिकारियों की पहचान कर ली गई है। पुलिस फायरिंग में मारे गए शिकारी की पहचान नौशाद के रूप में हुई है। राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मृतक पुलिसकर्मियों के अंतिम संस्कार में एक.एक मंत्री शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि इस घटना को सात शिकारियों ने अंजाम दिया।
इस बीच खबर है कि मुख्यमंत्री ने मौके पर देर से पहुंचने पर ग्वालियर रेंज के आईजी अनिल शर्मा को उनके पद से हटा दिया है। सभी तीन पुलिसकर्मियों को शहीद का दर्जाए परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का भी ऐलान किया गया है। घटना शुक्रवार देर रात की बताई जा रही है। शिकारियों के साथ हुईं मुठभेड़ में सब इंस्पेक्टर राजकुमार जाटवए सिपाही नीरज भार्गव और सिपाही संतराम की मौत हो गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जान गंवाने वाले पुलिसकर्मियों को शहीद घोषित करने और उनके परिवारों को एक.एक करोड़ रुपए देने की घोषणा की। तीनों परिवारों से एक.एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जाएगी।मध्य प्रदेश के गुना में हुए पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में खुलासा हुआ है। पुलिस ने इस घटना के मुख्य आरोपी नौशाद और शहजाद के पिता निसार को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी के पिता ने पुलिस को बताया है कि शनिवार को नौशाद की भतीजी की बारात आने वाली थी। इसको लेकर नौशाद अपनी भतीजी की शादी में आने वाली बारातियों का स्वागत काले हिरण की गोश्त से करना चाहता था।
आरोपी नौशाद और शहजाद ने अपने पिता से कहा था कि वह निकाह में बारातियों के स्वागत के लिए हिरण का गोश्त परोसेंगे। इस बात को लेकर पिता और आरोपी बेटों में काफी बहस हुई पिता ने कहा की हिरन की जगह मुर्गे का इंतजाम हो , लेकिन इसके बावजूद भी वह नहीं माने और शिकार के लिए जंगल चले गए। पिता ने बताया कि शहजाद और नौशाद अपने अन्य साथियों के साथ शनिवार की रात लगभग 10 बजे जंगल के लिए रवाना हो गए।
आरोपी के पिता ने बताया कि शादी में 300 से अधिक मेहमान आने वाले थे और यही वजह है कि आरोपी नौशाद और शहजाद ने पांच काले हिरण और एक मोर का शिकार किया। आरोपी नौशाद की भतीजी की बारात आने बाली थी लेकिन इस घटना के बाद आरोपी नौशाद की भतीजी का निकाह नहीं हो सका। अब गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है और कई घरों में ताले लटके हुए हैं।
इसके साथ ही शादियों में जो मेहमान पहले आये थे उनसे भी पुलिस के द्वारा पूछताछ की जा रही है। वही इस पूरी घटना को लेकर गुना पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा ने बताया है कि आरोपी शहजाद की लाइसेंसी राइफल को बरामद कर लिया गया है जो उसके नाम से ही जारी हुआ था। इसके साथ ही पुलिस ने दो हमलावर जिया खान और सोनू को गिरफ्तार किया है यह दोनों मुख्य आरोपी शहजाद और नौशाद के साथ शिकार पर गए थे।
बताया जा रहा है कि मुठभेड़ में मारा गया नौशाद अपनी भतीजी की शादी में मेहमानों का स्वागत काले हिरण के गोश्त से करना चाहता था। यही वजह है कि नौशाद अपने भाई शहजाद और अन्य साथियों को लेकर जंगल में चला गया। शिकार करने के दौरान पुलिसकर्मियों से मुठभेड़ हुई और उसके बाद इस पूरी घटना में तीन पुलिसकर्मी की मौत हो गई।
इसके साथ ही इस मुठभेड़ में नौशाद को सीने में पुलिस की गोली लगी और इससे उसकी मौत हो गई। उसके बाद मुठभेड़ के दौरान ही उसके साथी नौशाद के शव को गांव में लेकर आए और वहां उसके शव को छुपा दिया। पुलिस ने शनिवार की सुबह नौशाद के शव को बरामद किया। उसके घर पर बुलडोजर चलाकर उसके घर को जमींदोज कर दिया।
इस घटना में सरकार ने पुलिस को पूरी तरह फ्री हैंड दिया है पुलिस सक्रिय हुई और नौशाद का भाई शहजाद को एनकाउंटर में मारा गया। बताया जाता है कि शनिवार की रात पुलिस ने दो आरोपियों का और एनकाउंटर किया है। इस पूरी घटना में अब तक चार मुख्य आरोपियों का एनकाउंटर किया जा चुका है।