केंद्र तथा मध्यप्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा ने गुरुवार को एमपी की 39 तथा पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ की 21 सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए हैं। चुनाव कार्यक्रम जारी होने के बहुत पहले भाजपा द्वारा मप्र की 230 में से जिन 39 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा की गई कमोवेश ये वे सीटें हैं जिन पर भाजपा को 2018 के विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। इनमें भी अधिकांश सीटें आरक्षित वर्ग की हैं। गौरतलब है कि बुधवार को नई दिल्ली में भाजपा की केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा तथा केन्द्रीय मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह की मौजूदगी में हुई थी। सूत्रों के अनुसार बैठक में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तथा छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ् रमन सिंह भी उपस्थित थे। इन दोनों के साथ सीईसी के सदस्यों ने मप्र व छग की जमीनी रिपोर्ट पर मंथन किया। देर रात मप्र की 39 तथा छग की 21 सीटों पर सहमति बनने के बाद गुरूवार दोपहर बाद 60 सीटों की पहली सूची जारी कर दी गई।
बुंदेलखंड की 5 तथा विंध्य की 2 सीटें बुंदेलखंड क्षेत्र की छतरपुर विधानसभा सीट से श्रीमती ललिता यादव तथा महाराजपुर से कामाख्या प्रताप सिंह दमोह जिले की पथरिया से लखन पटेल पन्ना जिले की गुन्नौर से राजेश कुमार वर्मा तथा सागर जिले की बंडा से वीरेंद्र सिह लंबरदार के नाम घोषित किए गए हैं। भाजपा की जारी पहली सूची परिवारवाद से मुक्त नहीं रही। जबलपुर की बरगी सीट से पूर्व में विधायक रहीं प्रतिभा सिंह के बेटे नीरज ठाकुर को टिकट दिया गया है। भोपाल मध्य से ध्रुवनारायण को टिकट मिला है जबकि उनके भतीजे विक्रम सिंह सतना की रामपुर बघेलान सीट से विधायक हैं। समधी नरेंद्र सिंह तोमर केंद्रीय मंत्री हैं। पूर्व सांसद शिवराज सिंह लोधी के बेटे वीरेंद्र सिंह लंबरदार को बंडा से उतारा गया है। पूर्व मंत्री मानवेंद्र सिंह के बेटे कामाख्या प्रताप सिंह को महाराजपुर सीट से चेहरा बने हैं। इसी तरह से केन्द्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते के चचेरे साढ़ू भाई कमल मर्सकोले को बरघाट से टिकट दी गई है।
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