मुट्ठीभर उग्रवादियों के भरोसे भारत ?

बीते एक पखवाड़े से देश में हो रहे धार्मिक उन्माद और हिंसात्मक उपद्रवों पर देश के वरिष्ठ पत्रकार श्री वेदप्रताप वैदिक का दूरदर्शी एवं वर्तमान