तकनीकी शिक्षा, उच्च शिक्षा शिक्षा एवं आयुष विभाग मंत्री श्री इंदर सिंह परमार की अध्यक्षता में सागर संभाग के सभी महाविद्यालयों के प्राचार्यों की बैठक संपन्न हुई। उन्होंने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य छात्र का समग्र विकास करना है साथ ही पुरुषार्थ तथा परिश्रम की भारतीय शिक्षा परंपरा को जीवंत रखना है इसके लिए विद्यावन जैसे अभियान चलाए जा रहे हैं जो विद्यार्थियों को प्रकृति के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने का माध्यम देते हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्र निर्माण के लिए एक नागरिक के नाते हमारे दायित्वों को समझना आवश्यक है। विद्यावन की परिकल्पना जहां एक ओर पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक प्रयास है वहीं दूसरी ओर सामाजिक , राष्ट्रीय दायित्व निभाने का माध्यम है। समीक्षा बैठक में उन्होंने महाविद्यालयों के प्राचार्यों से कहा कि शिक्षा समर्पण का क्षेत्र है , सभी अपने महाविद्यालय में बेहतर से बेहतर कार्य करें साथ ही नवीन प्रवेश के विषय को गंभीरता से लें। उन्होंने कहा है कि छात्र-छात्राओं की काउंसलिंग बहुत आवश्यक है। उन्हें शिक्षा के विभिन्न आयामों से अवगत कराएं, नए पाठ्यक्रमों के संबंध में जानकारी दें साथ ही उचित मार्गदर्शन दें तथा उन्हें मोटिवेट करें। उन्होंने कहा कि आज के विद्यार्थी बहुत सजग हैं, जरूरत है तो उन्हें सही समय पर उचित मार्गदर्शन मिलने की।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ़ एक्सीलेंस जैसे महाविद्यालयों में नवीन पाठ्यक्रमों , प्रोफेशनल कोर्स के साथ-साथ सेल्स फाइनेंस कोर्स भी उपलब्ध हैं , विद्यार्थियों को उनके बारे में सही जानकारी मिले, ऐसी व्यवस्था करें।
बैठक में उन्होंने संभाग के सभी जिलों सागर, दमोह टीकमगढ़ , पन्ना, छतरपुर निवाड़ी के लीड प्राचार्यों से विस्तृत चर्चा की तथा उनकी संस्थाओं में विभिन्न संकायों से संबंधित बच्चों के प्रवेश तथा उपस्थित आदि की भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि सभी जिलों में इस प्रकार से कार्य किए जाएं जिससे कि विद्यार्थियों को सभी विकल्पों की जानकारी रहे। सभी प्राचार्य तथा शिक्षक पोर्टल फ्रेंडली रहें। समय-समय पर जो आवश्यकता हो उसके अनुसार स्वयं को अपडेटेड रखें। मंत्री श्री परमार ने ने ऐसे महाविद्यालय जहां पिछले वर्ष की तुलना में कम प्रवेश दर्ज किए गए हैं उन विद्यालयों से स्थिति का कारण जाना और प्रयास करने के निर्देश दिए।इस अवसर पर आयुक्त उच्च शिक्षा श्री निशांत वरवडे, उच्च शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी तथा सागर संभाग के सभी जिलों के लीड प्राचार्य और प्राचार्य उपस्थित थे। तकनीकी शिक्षा, उच्च शिक्षा एवं आयुष विभाग मंत्री श्री इंदर सिंह परमार की अध्यक्षता में इंदिरा गांधी इंजीनियरिंग महाविद्यालय स्वशासी निकाय की 23 वीं बैठक संपन्न हुई। बैठक में मंत्री परमार द्वारा कॉर्पस फंड के युक्तिकरण का प्रस्ताव शासन को भेजने का निर्देश दिया । उन्होने बारिश का पानी रोकने तालाब बनवाने, संस्था की जमीन का सीमांकन कराने, बाउंड्री वॉल बनाने, जिन ब्रांचों में प्रवेश नहीं हो रहे है उन ब्रांचों के स्थान पर अन्य ब्रांच खोलने का प्रस्ताव बनाने एवं आई. टी. ब्रांच में पद निर्मित करने संबंधी प्रस्ताव बनाकर भेजने के निर्देश दिए।
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