चीन सहित बाकि दुनिया के देशों में बढ़ते कोरोना के मामलप को देखते हुए और भारत में कोरोना संक्रमण की नई लहर की आशंका को देखते हुए देश भर के सभी अस्पतालों में तैयारियों का आकलन करने के लिए मॉक ड्रिल की जाएगी। केंद्र सरकार के निर्देश पर 27 दिसंबर यानी मंगलवार को अस्पतालों में मॉक ड्रिल होगी। इसके लिए भारत सरकार की ओर से निर्देश भेजे गए हैं और साथ ही उन तमाम सुविधाओं की सूची भेजी गई है, जिनकी तैयारियों का आकलन करने के लिए मॉक ड्रिल की जानी है। केंद्र के निर्देश के मुताबिक मंगलवार को आयोजित होने वाले मॉक ड्रिल में बेड की उपलब्धता, मानव संसाधन, रसद और मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति पर खास फोकस रहेगा।सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखी एक चिट्ठी में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि यह जरूरी है कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में आवश्यक स्वास्थ्य उपाय किए जाएं। मंत्रालय ने कहा है- इसलिए मंगलवार, 27 दिसंबर 2022 को देश भर में सभी स्वास्थ्य सुविधाओं में मॉक ड्रिल आयोजित करने का फैसला किया गया है।केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने मॉक ड्रिल के लिए प्रमुख फोकस क्षेत्रों को सूचीबद्ध किया। क्वारैंटाइन और लाइफ सपोर्ट दोनों के लिए बिस्तरों की उपलब्धता सूची में सबसे ऊपर है। चिट्ठी में कहा गया है कि स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता जैसे बिस्तर की क्षमता, आइसोलेशन बेड, ऑक्सीजन-समर्थित आइसोलेशन बेड, आईसीयू बेड और वेंटिलेटर-समर्थित बेड बेहद जरूरी हैं। मॉक ड्रिल में डॉक्टरों, नर्सों और पैरामेडिक्स सहित कोविड मामलों में किसी भी उछाल से निपटने के लिए आवश्यक मानव संसाधन पर भी ध्यान केंद्रित किया जाएगा।मॉक ड्रिल के दौरान पर्याप्त संख्या में आयुष चिकित्सकों और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं जैसे अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं का भी आकलन किया जाएगा। इस दौरान यह भी जांच की जाएगी कि क्या इन स्वास्थ्यकर्मियों को कोविड रोगियों और मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति को संभालने के लिए ठीक से प्रशिक्षित किया गया है।
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समाचार शाखा नई दिल्ली
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