क्तदान जैसा सेवा का प्रकल्प अपनाना जीवन की सार्थकता है-पूर्व मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह
सागर। मैं आप सभी रक्तदाताओं और शुभचिंतकों के स्नेह से अभिभूत हूं जिन्होंने मेरे जन्मदिन पर इतनी बड़ी संख्या में रक्तदान शिविर में रक्तदान किया। इतनी बड़ी संख्या में रक्तदाता तब भी आए जब मैं हजार किमी दूर चुनाव अभियान में व्यस्त होने के चलते रक्तदान शिविर में आपके बीच उपस्थित नही रह सका। आप सभी के सुख-दुख की चिंता करना मेरी जिम्मेदारी है। यह बात पूर्व गृहमंत्री वरिष्ठ विधायक श्री भूपेंद्र सिंह ने दीपाली पैलेस में देर शाम आयोजित कार्यक्रम में कही। कार्यक्रम में पूर्व मंत्री श्री सिंह का मानव सेवा के हितार्थ योगदान के लिए विभिन्न संस्थाओं ने अभिनंदन किया और एकत्रित रक्त निधि से पूर्व मंत्री श्री सिंह का तुलादान किया गया। तीन दिवसीय शिविर में एकत्रित 1425 यूनिट रक्त को जिला चिकित्सालय, बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज व खुरई हास्पिटल के ब्लड बैंकों को सौंप दिया गया।पूर्व मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि एक रक्तदान से मिले रक्त के तीन तरह के अलग अलग अवयव तीन जरूरतमंदों की जान बचाने में सहायक होते हैं। इ तरह नौ सालों में हम सभी ने मिलकर 33 हजार लोगों की प्राण रक्षा में योगदान दिया है। उन्होंने बताया कि डायलिसिस वालों को, केंसर, थैलासीमिया पीड़ितों को आवश्यकता पड़ती ही रहती है, इनमें गरीब वर्ग को रक्त जुटाने में कठिनाइयां आती हैं। पूर्व मंत्री श्री सिंह ने कहा कि ऐसे जरूरतमंदों को यह रक्त मिलता ही है, साथ ही यही रक्त चिकित्सालयों के रक्त बैंकों में रोटेट होता है। लोग आवश्यकतानुसार किसी भी ग्रुप का ब्लड ले जाते हैं उसकी जगह अपना रक्तदान कर जाते हैं।
पूर्व मंत्री श्री सिंह ने कहा कि अनेक बार लगता है कि जन्मदिन पर फूल-मालाएं, केक,पटाखे और आतिशबाजी आडंबर की तरह हैं, हालांकि इनमें स्नेह शामिल होता है। आडंबर से ऊपर उठकर हम जन्मदिन को जीवनदायी मानव सेवा के हितार्थ सार्थक आयोजन भी बना सकते हैं। इसमें जो संतोष मिलता है उसका मूल्य नहीं है। उन्होंने बताया कि गत वर्ष दो वर्षों से रक्तदान शिविर में अर्जित रक्त को अनेक ऐसी एनीमिक महिलाओं को चढ़ाया जा रहा है जो गरीब परिस्थितियों के कारण ब्लड का इंतजाम नहीं कर पातीं। इनमें से बहुत सी महिलाएं गर्भवती व शिशुवती होती हैं। 7 जीएम से कम हीमोग्लोबिन वाली माता और उसके शिशु दोनों की जान सदैव संकट में होती है।पूर्व मंत्री श्री सिंह ने कहा कि इस शिविर ने रक्तदान के प्रति जागरूकता बढ़ाने में अपना सबसे महत्वपूर्ण योगदान दिया है। हम कई बार ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण स्थितियों को देखते हैं जब अज्ञानता और भ्रांतियों के कारण पीड़ित के परिजन और रिश्तेदार भी अपनों को रक्तदान से हिचकते और डरते हैं। जबकि सच यह है कि रक्तदान करने से स्वास्थ्य पर कोई विपरीत प्रभाव नहीं पड़ता बल्कि कुछ शोध बताते हैं कि कुछ बीमारियां रक्तदान से ठीक होती हैं। पूर्व मंत्री श्री सिंह ने बताया कि हमारे देश में 10-15 प्रतिशत लोग रक्त देते हैं और 85-90 प्रतिशत लोग उन रक्तदाताओं पर निर्भर रहते हैं। इस स्थिति को जागरूकता से बदला जा सकता है। श्री सिंह ने कहा कि सभी को अपने जीवन में कोई भी छोटा बड़ा सेवा का प्रकल्प अपनाना चाहिए।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद राजबहादुर सिंह ने कहा कि हमारे भूपेंद्र भैया मानव सेवा और विकास की मिसाल हैं। उनके प्रत्येक कार्य में हम व्यापक जनहित और जन कल्याण के दर्शन कर सकते हैं। उन्हें चाहने वालों का दायरा भी इसी कारण प्रदेशव्यापी है। सांसद सिंह ने कहा कि हम इस रक्तदान कार्यक्रम से भारतवर्ष में रक्तदान का रिकॉर्ड बनाने का संकल्प पूरा करेंगे।
सागर महापौर श्रीमती संगीता तिवारी ने अपने उद्बोधन में कहा कि रक्तदान करने आए 1425 रक्तदानियों में कई जिलों से भी लोग आए यह पूर्वमंत्री श्री भूपेंद्र सिंह के प्रति उनके विश्वास का परिचायक है। गांव कस्बों से बड़ी संख्या में लोगों का रक्तदान के लिए उमड़ना यह बताता है कि रक्तदान के प्रति जागरूकता तेजी से बढ़ रही है। महापौर ने कहा कि यह ऐसा रक्तदान शिविर है जो महिला रकरक्तदानियों को बड़ी संख्या में प्रेरित करके आगे लाता है। उन्होंने सागर के तेज गति से विकसित होने का ब्यौरा रखते हुए पूर्व मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह को इसका श्रेय दिया।महापौर प्रतिनिधि डॉ. सुशील तिवारी ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि भूपेंद्र सिंह जी की राजनीति की विशिष्ट शैली है जिसका आधार जनसेवा है। उन्होंने राजनीति को जनसेवा का माध्यम बनाया है। सभी रक्त वीरों के हृदय से कृतज्ञ हैं जिन्होंने रक्तदान के इस कार्यक्रम को उत्सव और यज्ञ बना दिया। कार्यक्रम को युवा नेता अबिराज सिंह ने भी संबोधित किया। अबिराज सिंह ने कहा कि मेरे पिता श्री भूपेंद्र सिंह जी ने मुझे भी अपने जन्मदिन को इसी तरह के सेवा कार्य से आरंभ करने की प्रेरणा दी है जो मैं इसी वर्ष से करूंगा।इस अवसर पर पूर्व मंत्री श्री सिंह का अनेक संस्थाओं ने शाल श्रीफल, अभिनंदन पत्र, स्मृति चिन्हों के साथ आत्मीय अभिनंदन किया। अभिनंदन करने वाली संस्थाओं में इंडियन मेडीकल एसोसिएशन, एम आर यूनियन सागर, जिला बार एसोसिएशन, रोटरी क्लब की सभी संस्थाएं, गायत्री पीठ परिवार, प्रजापिता ब्रह्मकुमारी परिवार, श्री सीताराम रसोई, श्रीराम सेवा समिति, हरे माधव सेवा समिति, निरंकारी संघ सागर, श्री गुरु सिंघ सभा, लायंस क्लब, विचार संस्था, गौरक्षा संघ, साहू महासभा, योग निकेतन, वैश्य महासम्मेलन, अग्रवाल महासभा, रैंकवार विकास समिति, दयोदय गौशाला संघ, रक्तवीर सुखजीत सिंह अहलूवालिया,समीर जैन, अर्हम सेवा संस्था सहित अनेक सेवा संगठन शामिल रहे। नगरनिगम सागर, खुरई नगरपालिका, मालथौन, बड़ोदिया कलां, बांदरी नगर परिषदों की ओर से भी अभिनंदन किया गया।
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