आज प्रदेश की 19 नगरी निकाय में मतदान होने जा रहा है यह सभी आदिवासी बाहुल्य इलाके के चुनाव है और विधानसभा 2023 के आम चुनाव होने के पहले यह आखिरी चुनाव माने जा रहे हैं इस कारण इन मिनी चुनाव को आदिवासियों के रूख का अंदाज लगाने का चुनाव भी माना जा रहा है दरअसल पिछले महीनों में प्रदेश की 347 नगरी निकाय में चुनाव हुए थे जिनमें 256 में भाजपा ने जीत दर्ज की थी पर उस समय भाजपा 7 बड़े शहरों में नगर निगम के चुनाव हार गई थी जिसे 2016 में जीता था इस कारण भाजपा इन चुनाव को गंभीरता से ले रही है क्योंकि पार्टी जानती है की इन चुनाव से प्रदेश की जनता की मूड ‘भांपने ने का लिटमस टेस्ट माना जाएगा और आदिवासी वर्ग का रुझान किस तरफ है उसका भी अंदाजा इन चुनावों से लगेगा यही कारण है कि भाजपा ने उन ताकत उन चुनाव में झांकी है इनके चुनावी नतीजों से भाजपा अपनी आगामी रणनीति भी तय करेगी भाजपा के तमाम दिग्गज नेता इन मिनी चुनाव में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका मानकर सक्रिय रहे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा के साथ-साथ क्षेत्रीय महामंत्री अजय जामवाल प्रदेश महामंत्री हित आनंद शर्मा और संगठन के पदाधिकारी मैदानी स्तर पर चाक-चौबंद तैयारियों में जुटे रहे आज जिन नगरी निकाय में चुनाव हो रहे हैं उनमें अनूपपुर बड़वानी और धार जैसे आदिवासी जिले भी शामिल है.
प्रदेश में 2018 के विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद भाजपा आदिवासी वर्ग पर फोकस बनाए हुए हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह लगातार आदिवासियों के कार्यक्रमों में आ रहे हैं प्रदेश में जब जब सत्ता या संगठन में परिवर्तन की बात चलती है तब तब आदिवासी नेता का नाम जरूर कहीं ना कहीं से सामने आता है जिसमें राज्यसभा सांसद सुमेर सिंह सोलंकी का नाम रहता है देश में और प्रदेश में सरकार निर्माण में आदिवासी वर्ग की महत्वपूर्ण भूमिका है यही कारण है इस वर्ग को अपनी ओर करने के लिए सत्तारूढ़ दल भाजपा पूरी ताकत लगाए हुए बहरहाल प्रदेश में आज होने जा रहे 19 निकायों के चुनाव को विधानसभा चुनाव के पूर्व एक टेस्ट की तरह माना जा रहा है यही कारण है कि दोनों ही प्रमुख दलों भाजपा और कांग्रेस में इन चुनाव को जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है कुछ सीटों के सियासी संदेश भी है मसलन राघोगढ़ की विजय नगर परिषद को जीतने के लिए भाजपा और कांग्रेस में पूरी ताकत झोक दी पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया का यहां दिया गया बयान चर्चा में बना हुआ है वही दिग्विजय सिंह ने क्षेत्र के लोगों के नाम एक चिट्ठी लिखी है जिसमें उन्होंने पहले के राघोगढ़ और आजके राघोगढ़ का अन्तर नई पीढ़ी पुरानी पीढ़ी से पता कर सकती है कांग्रेस शासनकाल में विकास हुआ है कुल मिलाकर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारियां जिस गति से शुरू हो गई है उसमें आज होने जा रहे 19 नगरीय निकाय के चुनाव परिणाम भी उत्प्रेरक का कार्य करेंगे खासकर भाजपा और कांग्रेस को आदिवासी मतदाताओं काल आज लग जाएगा कि उनका रुझान किस तरफ है।
व्यक्तिगत विचार-आलेख-
श्री देवदत्त दुबे जी ,वरिष्ठ पत्रकार एवं राजनैतिक विश्लेषक मध्यप्रदेश ।
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