स्मार्ट सिटी की अंतर्गत चल रहे निर्माण कार्यों की एक और लापरवाही हुयी उजागर।
बीच सड़क पर सरियों से भरा नाला खुला छोड़ा, डॉक्टर बाइक समेत समा गया ।
निर्माण कार्यों को लेकर हमेशा से विवादों में रही सागर र्स्माट सिटी के ठेकेदारों की एक और गंभीर लापरवाही एक बड़े हादसे का कारण बनी । स्मार्ट सिटी कंपनी के ठेकेदार की लापरवाही से बंुदेलखंड मेडीकल कालेज के एक डॉक्टर की जान पर बन आई । जानकारी के अनुसार र्स्माट सिटी के ठेकेदार द्धारा तिली मार्ग पर ग्रेविटी होटल के सामने आधे बने नाले को खुला छोड़ दिया है। जमीन से सरियों का पूरा जाल ऊपर तक तरफ निकला है। बुधवार देर रात बीएमसी से ड्यूटी समाप्त करने के बाद एक डॉक्टर किसी काम से जा रहे थेए बीच सड़क पर मुंह बाये खड़े इस मौत के गड्ढे में वे बाइक सहित समा गए। गनीमत रही कि राह से गुजरते किसी शख्स ने देख लिया और बीएमसी में सूचना दी गई। डॉक्टर के पेट में 25 टांके आए हैं, सिर, हिप्स पैर में भी टांके लगे हैं। हाथ की एक अंगुली कट गई है।
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में बतौर एसआर पदस्थ डॉक्टर राजेश मीणा रात में बस स्टैंड जा रहे थे। वे अपनी बाइक पर थेए जिला अस्पताल से बस स्टेंड की तरफ ग्रेविटी होटल के सामने सड़क पर स्मार्ट सिटी कंपनी कई महीनों से नाला बना रही है। कंपनी ने आधे नाले को बनाकर आधी सड़क को खुला छोड़ दिया है। सड़क पर कोई बेरिकेट्स या अवरोधक न होने से समझ ही नहीं आया कि सड़क पर इस तरह की जानलेवा लापरवाही भी हो सकती है डॉ राजेश की बाइक अचानक इस 30 मीटर चौड़े और करीब 20 फीट गहरे नाले में बाइक समेत गिर गए। पूरे नाल में जमीन से लेकर ऊपर तक सरियों का जाल बिछा हुआ हैए वे सीधे सरियों पर गिरे और एक सरिया उनका पेट चीरता नीचे से ऊपर की तरफ घुस गया। कई सरिया शरीर में जहां तहां फंस गए। अचानक हुए हादसे के कुछ समय तक वे दर्द का अहसास तक नहीं कर सके। बाद में राह से गुजरते लोगों ने नाले के अंदर से गाड़ी के इंडीकेटर की लाइट और आवाज सुनकर नीचे देख तो दंग रह गए। नाम पता पूछा तो एक व्यक्ति बीएमसी के लोगों को जानता था। उसने करीब सवा तीन बजे फोन लगाकर सूचना दीए डायल 100 को बुलाया।
बीएमसी में हाइट्स कंपनी के सुपरवाइजर नीतेश सोनू चुटिले ने बताया कि रात सवा 3 बजे फोन आया तो उन्होंने तत्काल अपने स्टाफ को सूचना दी। 10 से 15 मिनट में दर्जनभर से अधिक लोग बीएमसी की एंबूलेंस लेकर घटना स्थल पर पहुंच गए थे। उनके सुरक्षाकर्मियों व अन्य स्टाफ ने नाले में उतरकर डॉण् राजेश मीणा को सरियों के बीच से हाथों.हाथ उठाकर बाहर निकाला और बीएमसी लेकर पहुंचे थे। यहां तत्काल उपचार के बाद ओटी में डॉ के पेट में करीब 25 टांके आए हैं। एक हाथ की अंगुली कट गई है। सिर में भी टांके लगे हैं।
गौरतलब है कि सागर र्स्माट सिटी के विवादित निर्माण कार्यो के वजह से इससे पहले भी शहरवासी भारी मुसीबतों का सामना कर चुके है लेकिन र्स्माट सिटी के अधिकारियों एवं ठेकेदारों की कार्यशैली में कभी कोई सुधार नहीं हुआ।
संवाददाता सागर
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