28 अगस्त से शुरू हुए सांसद संवाद केंद्र में 3 महीने में आए 800 से ज्यादा आवेदन
“संवाद” एक ऐसा सूत्र है जिससे बड़ी-से-बड़ी समस्याएं हल हो जाती हैं ! जीवन में संवाद जरूरी है ! चाहे वह मित्र हो परिवार या समाज ! बिना संवाद के अपनी बात दूसरों तक पहुंचना नामुमकिन है ! जनता और जनप्रतिनिधि के बीच “सांसद संवाद केंद्र” एक सेतु है! यह बात सागर सांसद श्रीमती डॉ लता वानखेड़े ने कचहरी स्थित “सांसद संवाद केंद्र” में आए लोगों की समस्याएं /शिकायतों को सुनते हुए पत्रकारों के बीच कही ! मालूम हो श्रीमती वानखेड़े ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में जनता से जो वादे किए थे 6 महीने में ही उन पर अमल शुरू हो गया है! घोषणा पत्र में जनता के बीच रहना सबसे पहला संकल्प और वादा था!श्रीमती वानखेड़े ने कहा- बात चाहे केंद्र सरकार की हो या प्रदेश की! पीएम और सीएम का जनता से सतत संवाद ही विकास का मुख्य कारण है! पीएम मोदी के “मन की बात” हो या मुख्यमंत्री की हर मंगलवार को प्रदेश भर में होने वाली “जनसुनवाई” योजना जनता से जुड़ने का एक मूल मंत्र है ! श्रीमती वानखेड़े ने कहा मेरे जीवन का मकसद समाज सेवा है ! राजनीति तो केवल माध्यम है! मैंने लोकतंत्र की सबसे छोटी इकाई पंच से अपना राजनीतिक सफर शुरू कर करीब 29 वर्षों की तपस्या के बाद जनता से सतत संवाद के कारण ही आज लोकतंत्र की सबसे बड़ी इकाई सांसद के रूप में आपके बीच हूं! श्रीमती वानखेड़े ने कहा 28 अगस्त को शुरू हुए सांसद संवाद केंद्र में 31 अक्टूबर तक करीब 800 समस्याएं मूलक आवेदन आए! सबसे ज्यादा मैंने स्वास्थ्य संबंधी आवेदनों पर अफसर को निर्देशित किया है! क्योंकि जीवन में स्वास्थ्य ही सबसे महत्वपूर्ण है ! इसके अलावा अन्य बुनियादी सुविधाओं और समस्याओं के आवेदनों पर गौर कर सतत संवाद के माध्यम से अफसर को उक्त समस्याएं समय सीमा में हल करने के आदेश दिए हैं ! श्रीमती वानखेड़े ने कहा सांसद संवाद केंद्र के माध्यम से जनता का सीधा संवाद जनप्रतिनिधि से होता है और यही कारण है संवाद केंद्र में बुनियादी सुविधाओं के अलावा सरकार की योजनाओं से वंचित लोगों के भी आवेदन आ रहे हैं ! सांसद संवाद केंद्र में मौजूद श्रीमती केशवगंज वार्ड निवासी रंजना दुबे; अशोक शुक्ला; संध्या जैन; विकास सोनी के अलावा अन्य लोगों ने बताया मुझे भोपाल और दिल्ली एम्स की बहुत जरूरत थी संसद द्वारा पत्र लिखने के बाद उचित उपचार किया गया वरना हम जैसे गरीब एम्स हॉस्पिटल कब जा पाते हैं! रंजना दुबे की कमर की दोनों नसें ब्लॉक हो गई थी जिन्हें निशुल्क और उचित उपचार मिला और उन्होंने सांसद श्रीमती वानखेड़े को धन्यवाद दिया इसी तरह अशोक शुक्ला की आंख का ऑपरेशन और संध्या जैन की हाथ सुन्न होने जैसी समस्या के लिए सांसद द्वारा उचित उपचार की व्यवस्था की गई! श्रीमती वानखेड़े ने कहा मैंने अपना सारा जीवन पार्टी की सेवा में लगा दिया है ! आज पार्टी ने मुझे मौका दिया है तो कोशिश यही है जनता की उम्मीद पर सो फीसदी खरी उतरु ! वानखेड़े के पीआरओ विपिन दुबे ने बताया सांसद संवाद केंद्र में आने वाले लोगों की गंभीरता पूर्वक बात सुनी जाती है और सागर संसदीय क्षेत्र के संबंधित हर अफसर को उक्त समस्या समय सीमा में हल करने के आदेश दिए जाते हैं! अब तक करीब 800 समस्या मूलक आवेदन केंद्र में आ चुके हैं जिनमें आधे से ज्यादा आवेदन का हल किया गया है! दुबे ने बताया सांसद श्रीमती वानखेड़े जब भी सागर में उपस्थित रहती हैं दोपहर 12 से 3:00 बजे तक सांसद संवाद केंद्र में जनता की समस्याएं सुनती हैं! जनता से मिलने वाली समस्याओं में सबसे ज्यादा एम्स भोपाल; दिल्ली के लिए लोगों को पत्र के माध्यम से उचित इलाज की सुविधा के लिए रेफर किया गया है ! इसके अलावा मुख्यमंत्री सहायता निधि; आयुष्मान कार्ड; हृदय बाल योजना जैसी कई गंभीर बीमारियों के आवेदनों पर सबसे ज्यादा उचित प्रयास किया गया!सांसद संवाद केंद्र के अलावा श्रीमती वानखेड़े अपने निवास पर भी लोगों की समस्याएं सुनती हैं
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