नही थम रहा है इस्तीफों का दौर कोई भाजपा तो कोई कांग्रेस का थाम रहा दामन
देवरी कला- जैसे जैसे विधानसभा चुनाव का समय नजदीक आ रहा है वैसे नेताओं का एक दल से दूसरे दल में जाने का सिलसिला लगातार जारी है भारतीय जनता पार्टी से अधिकृत प्रत्यासी बृजविहारी पटेरिया जो पहले कांग्रेस पार्टी में थे उनके भाजपा में जाने के बाद से ही कई कांग्रेसी नेताओं ने भाजपा का दामन थाम लिया , जिसमे पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि दिलीप नेमा ,पूर्व पार्षद प्रतिनिधि महेन्द पलिया , कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो चुके है तो वही भाजपा से दावेदारी कर रहे पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष मयंक चौरसिया ने जिला अध्यक्ष गौरव सिरोठिया को अपना त्यागपत्र भेज कर पार्टी की प्राथमिक सदस्यता छोड़ दी हैं।और शुक्रवार की इसी श्रंखला में पूर्व मंडी उपाध्यक्ष एव अधिवक्ता संघ के पूर्व अध्यक्ष कैलाश पटैल ने विधायक हर्ष यादव के समक्ष कांग्रेस की सदस्यता ले ली है।उनके द्वारा भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर अनदेखी के आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा अपने कार्यकर्ताओं के साथ न्याय नही करती जो कार्यकर्ता निरन्तर पार्टी का कार्य करते हैं उन्हें दरकिनार किया जाता है और दूसरे दल से आये लोगों को टिकिट दिया जाता है भाजपा किसी भी वरिष्ठ नेता को पार्टी का टिकिट दिया जाता तो में भाजपा का काम करता लेकिन जिस प्रकार शीर्ष नेतृत्व ने देवरी में प्रत्याशी घोषित किया वह हमारी समझ से परे है इसलिए में कांग्रेस की विचारधारा से प्रभावित हो विना किसी शर्त के कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर रहा हूँ।