अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए प्रसिद्ध व्यंग्यकार प्रो. सुरेश आचार्य ने सागर नगर के शनीचरी से संबंधित संस्मरण पर प्रकाश डालते हुए कहा कि डॉ. हरीसिंह गौर से कपिल तिवारी तक शनीचरी के विद्वानों की एक बड़ी परंपरा रही है। वर्तमान में डॉ.कपिल तिवारी गौर साहब की कीर्ति पताका संसार में फैलाने वाले महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं उनका अभिनंदन कर सागर के लोग गर्व का अनुभव करते हैं। उन्होंने कहा कि समाज के प्रति सूक्ष्म दृष्टि होना आवश्यक है ताकि हम समाज में हो रहे बदलाव को गहराई से देख सकें। विशिष्ट अतिथि स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय सागर के कुलाधिपति डॉ अजय तिवारी ने कहा सागर के गर्व से ऐसे ऐसे रत्न निकले हैं जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों में वैश्विक रूप से अपनी पहचान स्थापित की है। भोपाल से पधारे वरिष्ठ संस्कृति कर्मी प्रशांत पाठक नीलू ने कहा कि आज आगे बढ़ते हुए समय में कला और साहित्य का उतना ही महत्व है जितना सांस लेना जरूरी है। कार्यक्रम की सह संयोजक शासकीय स्नातकोत्तर महिला महाविद्यालय की प्राचार्य डॉक्टर इला तिवारी ने आभार प्रदर्शन करते हुए कहा कि साहित्य और सांस्कृतिक रूप से शहर में या शहरों में इस तरह की संस्थाएं जो समाज के लिए निरंतर कार्य कर रही है यदि शासकीय संस्थाएं भी उनके साथ मिलकर कार्य करें तो समाज द्रुत गति से आगे बढ़ेगा।
कार्यक्रम की शुरूआत अतिथियों द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण से हुई कन्या महाविद्यालय की छात्राओं ऐश्वर्या दुबे, रुचि चौबे, रिया, अंकिता और रानी द्वारा द्वारा सामूहिक सरस्वती वंदना की गई। अतिथि स्वागत पश्चात् श्यामलम् अध्यक्ष उमा कान्त मिश्र ने स्वागत उद्बोधन एवं कार्यक्रम परिचय दिया। प्रसिद्ध लोक गायक शिवरतन यादव ने स्व. हीरा सागर के गीत सागर की कुलियां का मधुर गायन किया। कन्या महाविद्यालय की शोध पत्रिका रिसर्च टाइम्स का विमोचन मंचासीन अतिथियों द्वारा किया गया पत्रिका की संपादक डॉ रश्मि दुबे ने पत्रिका पर अपने विचार प्रस्तुत किए।
प्रदत्त किए जाने वाले सम्मान*
श्यामलम् कर्मशील जीवन सम्मान – श्री चतुर्भुज सिंह राजपूत, एडवोकेट एवं श्री के के सिलाकारी, एडवोकेट
पंडित गोविंद प्रसाद शास्त्री संस्कृत सम्मान- पं.श्रीराम शुक्ला, शास्त्री, प्रधानाचार्य श्री ऋषिकुल संस्कृत विद्यालय सागर
पंडित शादीलाल आचार्य संस्कृति सम्मान- पद्मश्री डॉ. कपिल तिवारी, भोपाल
डॉ. रामदास तिवारी स्मृति चिकित्सा सम्मान- डॉ.सतनाम सिंह, वरिष्ठ चिकित्सक , सागर
पं.वी. के. पाठक स्मृति निष्ठावान सेवाभावी कर्मचारी सम्मान- श्री पीयूष जैन भारतीय डाक तार विभाग सागर।
आर. एन. शुक्ला स्मृति आदर्श शिक्षक सम्मान-श्री जी. के.श्रीवास्तव से.नि. शिक्षक, सागर
श्यामाकांत मिश्र स्मृति रंग कर्मी सम्मान-डॉ.अतुल श्रीवास्तव, रंगकर्मी, सचिव अन्वेषण थिएटर ग्रुप, सागर
मनोहर लाल जैन स्मृति श्रेष्ठ युवा सम्मान- श्रीमती वृंदा प्रधान अजमेरा,उद्घोषक आकाशवाणी भोपाल
देवेंद्र सिंह गौर स्मृति पत्रकारिता सम्मान – श्री राजेश श्रीवास्तव, सागर
स्वामी विवेकानंद सम्मान – श्री गौरव राजपूत, विवेकानंद केंद्र, सागर
श्रीमती लीलावती देवी शुक्ला स्मृति मानवता सम्मान-
– स्व.अमीनुल्ला खां “मद्दे चाचा” (मरणोपरांत) अपनत्व सेवा समिति सागर
हीरा सागर स्मृति बुंदेली लोक सम्मान – श्री चुन्नीलाल
रायकवार,राष्ट्रीय ढिमरयाई नर्तक, कर्रापुर, सागर
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इस अवसर पर लक्ष्मी नारायण चौरसिया, हरगोविंद विश्व, डाक्टर गजाधर सागर, मणिकांत चौबे, टी आर त्रिपाठी, डॉ श्याम मनोहर सिरोठिया, डॉक्टर तेजिंदर सिंह,पूरन सिंह राजपूत, डॉ शरद सिंह, एडवोकेट कृष्ण वीर सिंह, डॉ लक्ष्मी पांडे, वीरेंद्र प्रधान, ज.ल. प्रभाकर, डॉ राकेश शर्मा, डॉक्टर सुनील श्रीवास्तव,राजेंद्र दुबे कलाकार,सुनीला सराफ, ज्योति विश्वकर्मा, राघवेंद्र नायक, अरविंद जैन, बिहारी सागर, शुभम उपाध्याय, डॉ पंकज तिवारी, अशोक गोपीचंद रैकवार, जयंत विश्वकर्मा, दीपा भट्ट, ममता भूरिया, आनंद मंगल बोहरे, डॉ. अमर जैन, गुंजन शुक्ला, सिद्धार्थ शुक्ला, डॉ. शैलेष आचार्य, शांतनु आचार्य, नानू आचार्य, हरि सिंह ठाकुर,पार्षद शैलेंद्र ठाकुर, अमित चौबे, अणिमा पाठक, संध्या सर्वटे, सी.एल. कंवल, रचना तिवारी, चंद्र कुमार जैन, बी डी पाठक, महाविद्यालय स्टाफ छात्र छात्राओं एवं ऋषिकुल संस्कृत विद्यालय के विद्यार्थियों सहित बड़ी संख्या में लोगों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।