कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के घर पर हुई इंडिया गठबंधन की बैठक में राहुल गांधी को विपक्ष का नेता चुन लिया गया है । 10 साल बाद ये मौका आया है जब विपक्ष के नेता की कुर्सी खाली नहीं रहेगी बल्कि और अधिक ताकतवर होगी , 200 से ज्यादा सीटें जीतने वाले विपक्ष का एक नेता इस बार सरकार के सामने उसकी बात रखेगा ये मौका अब राहुल गांधी को मिला है इसके साथ ही राहुल गांधी इस बार भाजपा सरकार प्रधानमंत्री मोदी के सामने अधिक ताकतरव बनकर उभरें है क्योंकि नेता प्रतिपक्ष को कई अधिकार मिलते हैं और यह पद काफी शक्तिशाली होता है लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष को सदन के नेता यानी प्रधानमंत्री के बराबर ही सम्मान मिलता है नेता प्रतिपक्ष का दर्जा एक कैबिनेट मंत्री के बराबर होता है कैबिनेट मंत्री की तरह ही नेता प्रतिपक्ष को सैलरी अन्य भत्ते और सुविधाएं मिलती हैं।
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