लोकसभा चुनाव खत्म हुए अभी कुछ ही महीने हुए है लेकिन भाजपा और मोदी से मुकाबले के लिये बना इंडिया गठबंधन में दरारें पड़ना शुरू हो गई है । जी हां राज्यों में होने वाले चुनावों में कहीं भी इंडिया गठबंधन का सांझा प्रसास नहीं है जिस राज्य में जो पार्टी ताकतवर है वह अपने हिसाब से राजनीति की विसात बिछा रही है। जम्मू और हरियाणा में जहां नेशनल कांफ्रेस और कांग्रेस की चली । तो महाराष्ट में महाअघाड़ी का हल्ला है और यूपी के उपचुनाव में तो कांग्रेस ने चुनाव लड़ने से ही इनकार कर दिया है । लोकसभा चुनाव में विपक्षी गठबंधन को अब तक की सबसे बड़ी जीत मिली है उसके बाद भी इंडिया गठबंधन साल भर तक साथ चुनावी अभियान नहीं चला सके इन हालातों में क्या ये गठबंधन नरेंद्र मोदी और भाजपा को आगे टक्कर दे सकेगा।
कमला हैरिस अमेरिका की राष्ट्रपति नहीं बन पायी। उनकी छलांग उप राष्ट्रपति तक हिसिमित कर…
सागर। बुधवार को धर्म श्री स्थित संभागीय भाजपा कार्यालय में सागर जिला कोर कमेटी की…
सागर के संपूर्ण विकास के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे राइट टू स्क्रीनिंग उद्देश्य…
ये दिल्ली किसकी दिल्ली है ? ये मुगलों की दिल्ली है ? ये अंग्रेजों की…
ग्यारह मामलों में संज्ञान '' मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के माननीय अध्यक्ष श्री मनोहर ममतानी एवं सदस्य…
भारत में चुनावी राजनीति में लोग एक -दूसरे के छक्के छुड़ाने में लगे हैं उधर…