राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर जहां कांग्रेश पूरा फोकस बनाए हुए हैं वहीं भाजपा भी यात्रा पर निगाह रखे हुए हैं जैसे-जैसे प्रदेश में यात्रा के प्रवेश के दिन नजदीक आते जा रहे हैं वैसे वैसे प्रदेश की राजनीति भारत जोड़ो यात्रा के इर्द-गिर्द सिमट की जा रही है । कांग्रेसियों में यात्रा का श्रेय लेने की होड़ शुरू हो चुकी है दरअसल भारतीय राजनीति में यात्राओं का एक अपना स्थान है अधिकांश यात्री अपने उद्देश्यों में सफल भी हुई है लेकिन राहुल गांधी जिस दौर में यात्रा कर रहे हैं कांग्रेसका सबसे कठिन दौर है इसके बावजूद कांग्रेसियों को भारत यात्रा से बहुत उम्मीद है । यही कारण है कि कांग्रेसी यात्रा को सफल बनाने के लिए सक्रिय हो गए हैं
20 नवंबर को बुरहानपुर से यात्रा मध्यप्रदेश में प्रवेश करेगी प्रदेश की सीमा पर भारी भीड़ के साथ यात्रा का स्वागत करने की तैयारी चल रही है कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ का तो यहां तक कहना है कि यात्रा में प्रतिदिन 100000 लोग राहुल गांधी के साथ चलेंगे . प्रदेश में यात्रा 13 दिन का सफर तय करेगी लगभग 382 किलोमीटर की यात्रा प्रदेश में होगी . जिसमें दो दर्जन से ज्यादा विधायक क्षेत्रों को कवर किया जाएगा प्रदेश में यात्रा जातीय धार्मिक समीकरणों को साधने की यात्रा भी साबित होगी क्योंकि जिस तरह से प्रोग्राम बनाया गया है उसमें महू में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर स्मारक पर राहुल गांधी जाएंगे वहीं आदिवासी भील के स्थान पर भी नमन करेंगे वही ओम्कारेश्वर, महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन पूजन करेंगे तो नर्मदा में भी लगाएंगे इंदौर में देवी को समर्पित करेंगे तो गुरुद्वारे भी जाएंगे । बहरहाल भारत जोड़ो यात्रा को लेकर कांग्रेस में जिस तरह से उत्साह का वातावरण बन रहा है उसमें भाजपा और सतर्क और सावधान होती जा रही है और भाजपा नेता भारत जोड़ो यात्रा पर आरोप लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं जिन इलाकों से भारत जोड़ो यात्रा निकलेगी वहां भाजपा के इस दौरान कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे जिससे कि केवल यात्रा की चर्चा न हो । गुजरात ,हिमाचल प्रदेश के चुनाव के बाद प्रदेश में मोदी साह के दौरे भी तेज होंगे जिससे माहौल को भाजपा के पक्ष में बनाया जा सके, कांग्रेस भारत जोड़ो यात्रा के दौरान किसी अप्रिय घटना की आशंका के चलते सुरक्षा की मांग कर रही है।
कुलमिलाकर भारत जोड़ो यात्रा से कांग्रेस को विधानसभा और लोकसभा चुनाव में कितना फायदा होगा यह तो वक्त ही बताएगा लेकिन जिस तरह से यात्रा को लेकर कांग्रेसी उत्साहित हुए हैं उससे फिलहाल प्रदेश की राजनीती यात्रा के इर्द-गिर्द घूमने लगी है लगी है।
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