लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहतर हुआ है, लेकिन कई राज्य एसे है जहां कांग्रेस पूरी तरह विफल हुई है अब चर्चा जोरों पर है कि इन राज्यों में कांग्रेस अपने प्रदेश अध्यक्ष बदल सकती है जिनमें बिहार,मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ का नाम पहले है । मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव में हुई करारी हार के बाद वरिष्ठ नेता कमलनाथ को हटाकर राहुल गांधी के खास जीतू पटवारी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था लेकिन लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पूरे प्रदेश मे एक भी सीट नहीं जीत सकी । जीतू पटवारी पर वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं को दरकिनार करने के आरोप भी है और इंदौर में कांग्रेस प्रत्याशी के नाम वापिस लेने पर हुई किरकिरी के भी । अब देखना यह होगा कि क्या राहुल जीतू पटवारी पर अगले चुनाव तक के लिये विश्वास जतायेंगे या फिर कोई नया चेहरा प्रदेश कांग्रेस की कमान संभालेगा।
मध्यप्रदेश में शुरू हुई लाड़ली बहना योजना और उससे मिलती जुलती महतारी योजनाओं ने भाजपा…
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को पहचानने में भाजपा भूल कर गई ।…
मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के माननीय अध्यक्ष श्री मनोहर ममतानी ने विगत दिवसों के विभिन्न…
आजकल जैसे संसद में मुद्दों पर काम नहीं हो रहा उसी तरह मुझे भी लिखने…
सागर /मप्र जन अभियान परिषद् सागर विकासखंड द्वारा संचालित मुख्यमंत्री नेतृत्व क्षमता विकास पाठ्यक्रम के…
संसद का शीत सत्र धमकियों से ठिठुरता नजर आ रहा है। इस सात्र के पास…