मध्यप्रदेश कर्मचारी कल्याण समिति की पहल पर मध्यप्रदेश में शासकीय अधिकारियों कर्मचारियों की रिटायरमेंट आयु बढाने के प्रस्ताव का विरोध भी होने लगा है मध्यप्रदेश में युवाओ के साथ साथ बुद्धिजीवी वर्ग ने सरकार के इस प्रस्ताव को युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाला बताया है। मध्यप्रदेश राजपत्रित अधिकारी संघ ने भी रिटायरमेंट की आयु सीमा को 62 से बढाकर 65 करने वाले सरकार के प्रस्ताव का विरोध में तर्क देते हुए कहा कि औसत आयु पूरी कर चुके बुर्जुग कर्मचारियों की आयुसीमा बढाये जाने से कार्यालयों की कार्यक्षमता पर विपरीत असर पड़ेगा और भविष्य में अनुकंप नियुक्ति के प्रकरण भी चुनौती बन सकते हैं गौरतलब है कि मोहन यादव सरकार प्रदेश में अधिकारियों कर्मचारियों की रिटायरमेंट आयु 62 से 65 वर्ष करने पर विचार कर रही है इससे पहले 2018 के विधानसभा चुनावों में रिटायरमेंट आयु को 60 वर्ष से बढाकर 62 वर्ष किया गया था।
वीडियो समाचार
https://youtube.com/shorts/wmXiPrvyoHU
⇑ वीडियो समाचारों से जुड़ने के लिए कृपया हमारे चैनल को सबस्क्राईब करें और हमारे लघु प्रयास को अपना विराट सहयोग प्रदान करें , धन्यवाद।
जहां देश में एक तरफ जातिगत जनगणना को लेकर वार पलटवार का दौर चल रहा…
देवरीकला। वीरान ग्राम बोधिपुर में सिद्ध स्थान राजा बाबा के यहां वार्षिक मढ़ई महोत्सव का…
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बीते साल मध्यप्रदेश कांग्रेस के सबसे बड़े नेता रहे कमलनाथ…
यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर पांच या पांच से अधिक ई-चालान जिन वाहनों पर…
शिक्षा, स्वास्थ्य में लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी - कलेक्टर संदीप जी आर डीईओ ,डीपीसी,…
धीरेंद्र शास्त्री से डर गई कांग्रेस या वजह कुछ और....! - उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री…