सागर
सागर नगर निगम चुनावों में कांग्रेस की ओर से पूर्व विधायक सुनील जैन की पत्नी और सागर विधायक शैलेन्द्र जैन की बहू निधि जैन को महापौर पद का संभावित प्रत्याशी बनाने के बाद पिछले तीन दिनों से धर्मसंकट में फसे विधायक शेलेन्द्र जैन आज मीडिया से रूबरू हुए जैन ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि यह सच है कि पिछले तीन दिनों से में पार्टी और परिवार के बीच निर्मित हुई राजनैतिक परिस्थितियों के कारण असहज स्थिति में था। लेकिन गहन चिंतन और भाजपा आरएसएस के संस्कारों ने इस धर्मयुद्ध में अर्जुन की भांति विजय के लिये प्ररित किया है जिस प्रकार कुरूक्षेत्र में अर्जुन अपनों के सामने युद्ध के लिये संशय में था और भगवान कृष्ण ने उसे गीता का उपदेश देकर लक्ष्य प्राप्ति के लिये प्रेरित किया उसी प्रकार अब मेरे मन में किसी भी प्रकार का कोई संशय नहीं है। में अपनी विधानसभा का चुनाव जीतने के लिये जितनी मेहनत करता था उससे चार गुनी ज्यादा मेहनत भाजपा द्धारा घोषित महापौर के प्रत्याशी को जिताने के लिये करूंगा सभी वार्डो में भाजपा की जीत सुनिश्चित करने के लिये में अपनी टीम के साथ दिन रात मेहनत करूंगा और में विश्वास दिलाता हूं कि इन चुनावों में जीत भाजपा की ही होगी।
विधायक जैन ने कहा कि यह सच है कि मेरे छोटे भाई सुनील जैन की धर्मपत्नि को सागर महापौर का संभावित कांग्रेस प्रत्याशी घोषित होने के बाद में व्यक्तिगत तौर पर असहज हो गया था लेकिन पार्टी की विचारधारा और संस्कारो ने मुझे इस दुविधा से बाहर निकाला इसीलिये आज में आप सबके सामने आया हूं। पत्रकारों के सवालों का जबाब देते हुए विधायक जैन ने कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी का चयन कमलनाथ की एक सोची समझी रणनीति है जिससे वो हमारे पारिवारिक संबधो की आहूति देकर जीत दर्ज करना चाहते है लेकिन में उनके इस षडयंत्र को किसी भी हाल में सफल नहीं होने दूंगा । उन्होने कहा कि हम भाइयो के संबध मधुर अवश्य है लेकिन प्रारंभ से ही हमारी राजनैतिक विचारधारा अलग रही है और हमारे पारिवारिक संबधो का इन चुनावो पर कोई असर नहीं पड़ेगा । जब विधायक जैन से पूंछा गया कि निगम चुनावों के परिणाम का असर भविष्य में क्या आपकी राजनैतिक स्थिति को प्रभावित करेगा तो उन्होने कहा कि एंसी नौबत नहीं आयेगी भाजपा पूरे जोर से यह चुनाव लड़ेगी और जीतेगी भी।
बरहहाल सागर महापौर पद के लिये कांग्रेस की ओर से निधि जैन को प्रत्याशी बनाने के बाद शहर में चर्चाओं का बाजार गर्म है जहां एक तरफ इस निर्णय को लोग कमलनाथ का माइंड गेम बताकर निगम और भविष्य में होने वाले विधानसभा चुनावों तक में विधायक शैलेन्द्र जैन को घेरने की रणनीति का हिस्सा बता रहे है, तो दूसरी तरफ एक बड़ा राजनैतिक तबका इसे विधायक शेलेन्द्र जैन का भविष्य में भाजपा में अपनी दमदारी और कद बढाने का अंदरूनी खेल मान रहे है ।
संवाददाता सागर, मध्यप्रदेश
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