पोषण आहार पर हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही दोपहर में एक गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी गई विपक्ष चाहता था इस मुद्दे पर हमने स्थगन लगाया है इसलिए पहले हमारी बात सुनी जाए जबकि सत्ता पक्ष की ओर से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पहले अपना वक्तव्य देना चाहते थे वह जैसे ही उन्होंने वक्तव्य देना शुरू किया कांग्रेश विधायकों ने जमकर हंगामा किया और अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी।दरअसल पहले आप पहले आप नहीं पहले हम पहले हम बोलेंगे। इस पर सदन में जमकर हंगामा हुआ दोनों ही तरफ से तब तक रखे गए कि पहले हम बोलेंगे नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह का कहना था के नियम 139 के तहत चर्चा कराई जाए सदन को गुमराह नहीं किया जाए।
इस पर मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि पहले प्रश्नकाल हो जाने दीजिए उसके बाद चर्चा कराई जाएगी तब नेता प्रतिपक्ष ने कहा प्रश्नकाल में पोषण आहार के मुद्दे को छोड़कर अन्य विषय पर वक्तव्य दें इस पर सीएम बोलने के लिए उठे तो विपक्ष ने हंगामा कर दिया उन्होंने कहा कि मैंने इस विषय पर सारी स्थिति स्पष्ट करने का प्रयास किया है चर्चा से भागने का सवाल ही पैदा नहीं होता तब नेता प्रतिपक्ष ने इस प्रस्ताव पर चर्चा कराई जाए। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का कहना था कि मैं काफी समय तक संसदीय कार्य मंत्री रहे चुका हूं इस कारण इस विषय की मुझे जानकारी है लेकिन यहां पर सीएम और मंत्री पहले बोल रहे हैं और बाद में हमें बोलने को कहा जा रहा है। इस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कमलनाथ संसदीय ज्ञान के बड़े जानकार हैं क्या सरकार को यह हक नहीं कि बड़ी घटना को लेकर फैलाए जा रहे धर्म पर सरकार अपनी बात रख सके उन्होंने कहा कि मेरे वक्तव्य के बाद नेता प्रतिपक्ष बोले हम जवाब देंगे चर्चा से कोई भाग नहीं रहा है इस पर नेता प्रतिपक्ष बता दीजिए जिसमें कभी पहले इससे पहले चर्चा हुई हो।
विधायक जीतू पटवारी ने भी कहा कि 15 स्थगन प्रस्ताव लगे हैं उस पर चर्चा करा लीजिए और उसके बाद हम मुख्यमंत्री का वक्तव्य जवाब जो भी है सुन लेंगे लेकिन जैसे ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मुद्दे पर अपना वक्तव्य देने के लिए खड़े हुए विपक्ष के विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया हंगामे के बीच ही मुख्यमंत्री ने भाषण जारी रखा विधायकों ने नारेबाजी जारी रखें मुख्यमंत्री का कहना था यह कैग की रिपोर्ट नहीं सिर्फ एक ड्राफ्ट है यदि रिपोर्ट में गड़बड़ी मिलेगी तो हम कड़ी कार्रवाई करेंगे चाहे गड़बड़ी किसी भी के भी कार्यकाल की हो कांग्रेसी विधायक आसंदी के सामने बैठ गए गृहमंत्री ने अध्यादेश का वाचन किया और अध्यक्ष ने हंगामे को देखते हुए सदन की कार्यवाही गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी लेकिन कांग्रेसी विधायक सदन में 3:00 बजे तक धरने पर बैठे रहे।
कुल मिलाकर जैसी की संभावना थी सत्र भले ही सीमित लेकिन ज्वलंत मुद्दों के चलते हैं विपक्ष हंगामा करेगा और 2 दिन से यही हो रहा है आज गुरुवार को अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा संभावना भी यही है शाम तक अनिश्चित काल के लिए स्थगित हो जाए सदन में जिस तरह से कांग्रेसी विधायक आक्रामकता दिखा रहे हैं उससे चुनावी वर्ष का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है सड़क से लेकर सदन तक सत्ता संघर्ष तेज हो गया है नाम है 2 दिन से सदन में सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने सामने है।
देवदत्त दुबे ,भोपाल, मध्यप्रदेश
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