मध्यप्रदेश में विधानसभा के आम चुनाव 2023 किसी जंग से कम नहीं है प्रदेश के दोनों ही प्रमुख दल एक बार फिर जमीनी जायजा लेने पर जोर दे रहे हैं जिससे आगे की रणनीति बनाने में सुविधा हो सके भाजपा के तमाम दिग्गज नेता जहां जमीनी मोर्चा संभाल रहे हैं वही कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी भी जिलों के दौरे पर निकल रहे हैं। जिस प्रकार डॉक्टर के सामने मरीज पहुंचने पर डॉक्टर खून सहित शरीर की जरूरी जांचें करवाते है और फिर इलाज लिखते है वैसे ही अब राजनीतिक दल प्रदेश की जमीनी हकीकत जानने के लिए मैदान में उतार रहे हैं इसमें सत्तारूढ़ दल भाजापा के तमाम बड़े नेता मैदान संभाल रहे हैं पिछले सभी रिपोर्टों के आधार पर पार्टी अपने आपको सहज स्थिति में महसूस नहीं कर रही है क्योंकि एक तरफ जहां 2018 के विधानसभा का चुनाव परिणाम याद आता है तो दूसरी ओर प्रदेश में पार्टी गुजरात जैसी भारी बहुमत की जीत चाहती है इस कारण विधायक मंत्रियों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा तक सभी को कार्यशैली में और अधिक सुधार लाने कमियों को दूर करने की सलाह मिल चुकी है और इसमें अपने अपने स्तर पर सभी सुधार भी कर रहे हैं मुख्यमंत्री की बदली हुई कार्यशैली का आभास भी सभी को है संगठन से जुड़े सभी बड़े नेता अब मैदान में ही देखेंगे जिनमें क्षेत्रीय संगठन मंत्री अजय जामवाल राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश ,प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव ना केवल जमीनी हकीकत की जानकारी जुटा रहे हैं पार्टी के रणनीतिकारों की माने तो इस बार पार्टी 11 विधानसभा के हिसाब से रणनीति और फॉर्मूला जीत के लिए तैयार कर रही है सभी की कार्यशैली पर पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व ने मैदान संभाल लिया है सीधी नजर है कौन क्या कर रहा है पार्टी नेतृत्व को कुछ ही देरी में पता चल जाता है ।
प्रदेश के सह प्रभारी और सांसद रमाशंकर कठेरिया इन दोनों ग्वालियर चंबल संभाग के दौरे पर है जहां 3 दिन रह कर भी भिंड मुरैना और दतिया जिले के प्रमुख नेताओं और कार्यकर्ताओं से मिलकर एक रिपोर्ट इस इलाके की तैयार करेंगे प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव हरदा पहुंच गए हैं राजधानी भोपाल में नेताओं से जरूरी जानकारी जुटाकर वे नर्मदापुरम संभाग में 3 दिन रहेंगे और पार्टी कार्यकर्ताओं नेताओं के साथ बैठकर तो करेंगे ही आम जनता से भी मुलाकात करेंगे प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा महाकौशल के जबलपुर और नरसिंहपुर में सक्रिय है तो प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा रीवा में जायजा ले रहे हैं दिग्गज नेता इन दोनों के दौरान विधानसभा बार आकलन कर रहे हैं यदि कोई सीट पिछले चुनाव में हारे हैं तो क्यों हारे हैं और 2023 में सीट जीतने के लिए क्या करना चाहिए किसे प्रत्याशी बनाना चाहिए इस तरह की जानकारी भी एकत्रित कर रहे हैं पार्टी बूथ प्रबंधन के साथ-साथ संगठन की संरचना और नेताओं के बीच मैदान में सक्रिय करना है इस प्रकार का तालमेल बनाना चाह रही है जिससे बूथ जीतो चुनाव जीतो अभियान को मूर्त रूप दे सके पार्टी यह सब कवायद इसलिए भी कर रही है कि गुजरात की तरह यहां टिकट काटे जाने के बाद कोई नुकसान पार्टी को ना हो और जिस तरह गुजरात हैं वरन टिकट के फार्मूले और चुनावी मुद्दों पर भी मंथन कर रहे 40 फीसदी विधायकों के टिकट काटकर इनमें से अधिकांश सीटें जीती थी वैसा भी प्रयोग यदि मध्यप्रदेश में करना पड़े तो कहीं कोई दिक्कत ना हो इसलिए पार्टी के तमाम जिम्मेदार नेताओं वहीं दूसरी ओर विपक्षी दल कांग्रेस भी जाति समीकरण को साधने और मैदान में मजबूती के लिए सक्रिय हो गई है पार्टी में पहली बार मतदान केंद्र बार जानकारी जुटाई जा रही है और क्षेत्र के प्रभावशाली व्यक्तियों की सूची भी बनाई जा रही है जिससे कि जब प्रदेश के पदाधिकारी दोनों पर जाएं तो ऐसे लोगों से संपर्क कर सकें विभिन्न समाजों के अलग-अलग सम्मेलन भी शुरू कर दिए हैं क्षेत्र में पिछड़ा वर्ग सम्मेलन में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने चुनावी हुंकार भरने में कोई कसर नहीं छोड़ी पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव को सामाजिक संगठनों से तालमेल बनाने की जिम्मेदारी दी गई पार्टी के प्रदेश प्रभारी जेपी अग्रवाल सिवनी मालवा नर्मदा पुरम सोहागपुर पिपरिया जहां भाजपा के विधायक है वहां से जमीन हकीकत जानने के लिए शुरुआत कर रहे हैं इस दौरान वे ब्लॉक और मोर्चा संगठन के पदाधिकारियों से भी चर्चा करेंगे और जिला कांग्रेस के पदाधिकारियों के साथ बैठक करके एक ऐसा निचोड़ निकालेंगे कि किस प्रकार इन सीटों को 2023 में जीता जा सकता है वे अपने दौरे के दौरान पदाधिकारियों नेताओं से, मुलाकात करेंगे और कुछ नेताओं के घर भी जा सकते हैं जिन्हें ॥ कुल मिलाकर जनता की कार्यकर्ताओं की पार्टी पदाधिकारियों की और जनप्रतिनिधियों की नब्ज टटोलने के लिए भाजपा और कांग्रेस के दिग्गज नेता जमीनी मोर्चा संभाल ले नए साल की शुरुआत में ही मैदान में पहुंच रहे हैं।
व्यक्तिगत विचार-आलेख-
श्री देवदत्त दुबे जी ,वरिष्ठ पत्रकार एवं राजनैतिक विश्लेषक मध्यप्रदेश ।
https://www.youtube.com/c/BharatbhvhTV
⇑ वीडियो समाचारों से जुड़ने के लिए कृपया हमारे चैनल को सबस्क्राईब करें और हमारे लघु प्रयास को अपना विराट सहयोग प्रदान करें , धन्यवाद।
जहां देश में एक तरफ जातिगत जनगणना को लेकर वार पलटवार का दौर चल रहा…
देवरीकला। वीरान ग्राम बोधिपुर में सिद्ध स्थान राजा बाबा के यहां वार्षिक मढ़ई महोत्सव का…
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बीते साल मध्यप्रदेश कांग्रेस के सबसे बड़े नेता रहे कमलनाथ…
यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर पांच या पांच से अधिक ई-चालान जिन वाहनों पर…
शिक्षा, स्वास्थ्य में लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी - कलेक्टर संदीप जी आर डीईओ ,डीपीसी,…
धीरेंद्र शास्त्री से डर गई कांग्रेस या वजह कुछ और....! - उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री…