भाजपा इस बात से चाहे लाख इंकार करे लेकिन राहुल गाँधी की भारत जोड़ो यात्रा के शुरुवाती दो महीनो में दक्षिण भारत में जिस प्रकार का रिस्पांस देखने को मिला है उससे जहाँ कांग्रेस पार्टी को नई ऊर्जा मिली है तो देश भर में कांग्रेसियों को हौंसला , लेकिन इस ऊपरी ऊर्जा और आशा का कांग्रेस में सतही स्तर उतना असर होता नहीं दिखयी देता बात मध्यप्रदेश की करें तो एक तरफ जहां राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से ठंड में पसीना बहा रहे हैं पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ लगातार पार्टी को पटरी पर लाने के लिए सक्रिय है तो वहीं दूसरी ओर स्थानीय स्तर पर अभी भी कांग्रेसी आपस की कलह के कैक्टस पैदा कर रहे हैं।
दरअसल कांग्रेस पार्टी के रणनीतिकार राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को पार्टी के लिए संजीवनी मानते हुए प्रदेश में सफल बनाने के लिए एकजुट होकर कसरत कर रहे हैं प्रदेश में विभिन्न नेताओं को यात्रा का दायित्व सौंपा गया है अलग-अलग प्रभारी बना दिए गए हैं पूरे प्रदेश में बैठकों का दौर चल रहा है 17 यात्राएं निकाली जानी है लेकिन स्थानीय स्तर पर कुछ जगह जिस तरह से कांग्रेसी अभी भी गुटबाजी में लिप्त है उस से पार्टी को नुकसान भी उठाना पड़ सकता है यही नहीं पार्टी संगठन को बूथ स्तर पर मजबूत करने के लिए जो योजनाएं बनाई जा रही है स्थानीय स्तर पर उसमें भी गड़बड़ी हो रही है यहां तक की जिला प्रभारियों की बैठक में कहीं-कहीं तो फर्जी मंडलम सेक्टर बनाने का रहस्य उजागर हुआ .
काग्रेस के प्रदेश प्रभारी जयप्रकाश अग्रवाल भारत जोड़ो यात्रा की तैयारियों में तैयारियों के तहत खंडवा के कांग्रेस कार्यालय में बैठक ले रहे थे तब वहां कांग्रेसियों ने जिस तरह से हंगामा किया उस से आहत होकर जयप्रकाश को कहना पड़ा आप लोगों ने मेरी भी नाक नीची कर दी मेरा कद को तो देखते और जब मैंने फोन पर चर्चा कर ली थी और कहा था कि मैं 100% देखूंगा उसके बाद बैठक में मामला उठाने की क्या जरूरत थी इस बैठक में कुछ लोग संगठन की ओर से नियुक्त किए गए जिला प्रभारी कैलाश कुंडल और निगम नेता प्रतिपक्ष मुल्लू राठौर को हटाने की मांग को लेकर हंगामा कर रहे थे इसी बैठक में पूर्व मंत्री और पूर्व भी मौजूद थे अध्यक्षता वापसी के लिए कमर कसे हुए हैं और पार्टी को सक्रिय करने पर बूथ सेक्टर मंडल पर मजबूत करने के लिए जोर लगा रहे हैं इसके विपरीत बहुत जगह स्थानीय स्तर पर गड़बड़झाला है कहीं फर्जी मंडलम सेक्टर बन गए तो कहीं-कहीं विभिन्न प्रकोष्ठ ओं का गठन भी नहीं हुआ बाल कांग्रेश के प्रति भी निराशाजनक स्थिति देखने को मिली है यह सब खुलासा जिला प्रभारियों की समीक्षा बैठक और भारत जोड़ो यात्रा की तैयारियों के संबंध में बैठक के दौरान उजागर हुआ . सागर, रायसेन, विदिशा ,सीहोर में जब मंडलम सेक्टर के परीक्षण के लिए फोन लगाए गए तो अधिकांश में फोन उठाएं ही नहीं कुछ जगह तो अनभिज्ञता जाहिर कर दी सबसे खराब स्थिति सागर की देखने को मिली जहां अधिकांश मंडलम सेक्टर फर्जी पाए गए यदि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की व्यवस्था नहीं होती तो सबसे पहले बड़े पैमाने पर फेरबदल किया जाता लेकिन माना यही जा रहा है कि राहुल गांधी की यात्रा के लगभग 20 जिलों के जिला अध्यक्ष बदले जाएंगे अभी तो 34 जनों की समीक्षा प्रभारियों के द्वारा की गई है बाकी जिलों की समीक्षा 11 नवंबर के बाद होगी और इसके बाद और भी जिला अध्यक्ष बदले जा सकते हैं कुल मिलाकर देश में राहुल गांधी एवं प्रदेश में कमलनाथ भले ही कांग्रेसी की मजबूती के लिए पसीना बहा रहे हैं लेकिन स्थानीय स्तर पर अभी भी कांग्रेसी कहीं कलाकार हैं तो कहीं लापरवाही हो रही है और कहीं-कहीं तो ऐसा माहौल बन गया है जहां कांग्रेश कुछ व्यक्तियों तक ही सिमट कर रह गई है।
देवदत्त दुबे
वरिष्ठ पत्रकार एवं राजनैतिक विश्लेषक, मध्यप्रदेश
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