दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को क्या अब अपने संघर्ष के पुराने साथ्यिों की याद आ रही होगी यह सवाल इसलिये उठता है क्योकि कई दिनो से केजरीवाल जेल मे है उनके जेल जाने के बाद आम आदमी पार्टी ने जिस तरह उग्र होकर विरोध प्रदर्शन किया था वह भी अब धीरे धीरे ठंडा पड़ता जा रहा है अधिकांश नेता लोकसभा चुनाव की तैयारियों में व्यस्त है आम आदमी पार्टी के एकमात्र लोकसभा सांसद सुशील कुमार रिंकू पार्टी छोड़ भाजपा में शामिल हो चुके है और जलंधर से चुनाव लड़ेंगे लेकिन अन्य राज्यसभा सांसद भी नदारद है जिनमें एनडी गुप्ता स्वाती मालीवाल राघव चडडा जैसे चर्चित चेहरे है जो इलाज के लिये विदेशो में है तो पंजाब से आम आमी पार्टी के राज्यसभा सांसद हरभजन सिंह ने भी केजरीवाल की गिरफतारी के विरोध में न तो कोई बयान दिया है न ही विरोध प्रदर्शन में शामिल रहे है। इनकी जगह अगर पुराने राजनैतिक लोग केजरीवाल के साथ होते तो शायद आज संसद से सड़क तक प्रदर्शनो का दौर चल रहा होता।
जहां देश में एक तरफ जातिगत जनगणना को लेकर वार पलटवार का दौर चल रहा…
देवरीकला। वीरान ग्राम बोधिपुर में सिद्ध स्थान राजा बाबा के यहां वार्षिक मढ़ई महोत्सव का…
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बीते साल मध्यप्रदेश कांग्रेस के सबसे बड़े नेता रहे कमलनाथ…
यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर पांच या पांच से अधिक ई-चालान जिन वाहनों पर…
शिक्षा, स्वास्थ्य में लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी - कलेक्टर संदीप जी आर डीईओ ,डीपीसी,…
धीरेंद्र शास्त्री से डर गई कांग्रेस या वजह कुछ और....! - उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री…